1 जून से इंदौर में होने वाले अनलॉक से पहले सुखद खबर अस्पतालों से आ रही है। 1 मई को अस्पतालों में 7308 कोरोना मरीज भर्ती थे। अब यह संख्या दो हजार मरीजों तक सिमट गई है। यानी एक माह में ढाई गुना मरीज कम हो चुके हैं।
कोरोना संक्रमण तेजी से कम हो रहा, इसका अंदाज इससे भी लगा सकते हैं कि 1 मई को 110 निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों का उपचार हो रहा था। एक महीने में 69 निजी अस्पताल कोविड से ग्रीन में शिफ्ट हो चुके हैं।
हालांकि अभी भी इंदौर के छह बड़े निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड खाली नहीं हैं, लेकिन लगभग सभी अस्पतालों में एचडीयू, ऑक्सीजन के बेड खाली हैं। बाकी 60 से ज्यादा निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड भी उपलब्ध हैं।
बीते 10 दिनों में निजी कोविड अस्पताल 110 से 41 रह गए
दस दिन में प्रशासन ने 110 में से 69 अस्पतालों को ग्रीन में शिफ्ट कर दिया है। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर ने बताया कि कलेक्टर द्वारा जारी की गई नई सूची मेंं आर्थोस, आनंद अस्पताल जूनी इंदौर, चिरायु, एसके, भारत, सनराइज, बिरला, पटेल, सेहत, वेदांत, आदित्य, दशमेश, गीतांजलि, सिनर्जी, गुर्जर, फीनिक्स, लाइफ केयर, महाराणा प्रताप, इंदौर ट्रामा, वी केयर, आनंद केयर, यूनिक जवाहर, चरक, बाफना, आरके और साईं अस्पताल शामिल हैं, जिन्हें कोविड से ग्रीन में शिफ्ट किया है। यह सभी 1 जून से नए कोविड मरीजों को भर्ती नहीं करेंगे।
0 टिप्पणियाँ