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प्रवासी भारतीयों को दिखाएंगे इंडस्ट्रीज का सफल मॉडल:यही हमारी ताकत, क्योंकि फार्मा, इंजीनियरिंग सहित 10 सेक्टर में 4000 उद्योग, 2 लाख नौकरी

अगले महीने होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मेहमानों को इंदौर के उद्योगों का सक्सेसफुल मॉडल दिखाया जाएगा। प्रदेश की आर्थिक राजधानी उद्योगों के लिए कितनी अनुकूल है, यह दिखाने के लिए अलग-अलग सेक्टर के करीब एक दर्जन उद्योगों को विशेष रूप से तैयार किया जाएगा।

मेहमानों को इन उद्योगों की विजिट कराई जाएगी। यहां के अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्पादों की भी जानकारी इन उद्योगों में दी जाएगी। उद्योगपतियों की मुलाकात (बीटूबी) की भी व्यवस्था की गई है। एआईएमपी के मुताबिक उद्योग ही इंदौर की ताकत हैं। फार्मा, इंजीनियरिंग सहित 10 सेक्टर में 4000 से ज्यादा उद्योग और 2 लाख से ज्यादा रोजगार हैं।

जिला प्रशासन के साथ एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मप्र (एआईएमपी) ने मिलकर यह तैयारी की है। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले निवेशकों के स्वागत के लिए तैयारी की गई है। एआईएमपी के अध्यक्ष योगेश मेहता ने बताया प्रदेश के उत्पादों, मशीनरी और टेक्नोलॉजी का निर्यात बढ़ाने के लिए पोलोग्राउंड स्थित उद्योग भवन में 8 से 12 दिसंबर के बीच 5 दिन तक बी टू बी सेशन रखा जाएगा। बाहर के मेहमानों को दिखाने के लिए अलग-अलग सेक्टर के 13 बड़े उद्योगों को तैयार रखा जाएगा।

इन सेक्टर से जुड़े उद्योगों को किया जाएगा तैयार

फार्मा, कन्फेक्शनरी, इंजीनियरिंग, गारमेंट्स, फूड प्रोसेसिंग, प्लास्टिक, पैकेजिंग, ऑटो मोबाइल समेत करीब 10 सेक्टर शामिल हैं।

50 उद्योगपतियों की टीम समन्वय करेगी

सचिव तरुण व्यास ने बताया, प्रवासी सम्मेलन और ग्लोबल समिट के लिए 50 उद्योगपतियों की टीम बनाई जा रही है, जो मेहमानों की औद्योगिक जरूरतों को को-ऑर्डिनेट करेगी। इसी कड़ी में उज्जैन रोड के दो चौराहों को एसोसिएशन विशेष रूप से सजाएगा।

महिला सशक्तिकरण के लिए वुमन क्लस्टर भी

प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए सरकार एक साल में 40 से अधिक औद्योगिक क्लस्टर बनाने जा रही है। 20 का तो भूमिपूजन भी हो चुका है। इसी बीच महिला सशक्तिकरण को देखते हुए इंदौर के पास पीथमपुर में वुमन क्लस्टर शुरू करने पर भी सैद्धांतिक सहमति बन गई है।

एआईएमपी अध्यक्ष मेहता ने बताया एमपीआईडीसी के एमडी ने महिला क्लस्टर के साथ ही बेटमा में फुटवियर क्लस्टर को भी सहमति दे दी है। अफसरों को जल्द जमीन चिह्नित करने को कहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इसे लेकर कागजी कार्रवाई कर एमओयू साइन किए जाएंगे।


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