Header Ads Widget

Responsive Advertisement

जानिए कैसे सफाई में फिर नंबर वन बना इंदौर:देश में छठी बार बना सिरमौर; दिल्ली में मिला 'स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 अवार्ड'

स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 का अवार्ड ग्रहण करते सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल, कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह व तत्कालीन अपर आयुक्त संदीप सोनीष

स्वच्छता के मामले में इंदौर ने एक और इतिहास रच दिया। स्वच्छता के मामले में इंदौर ने लगातार छठी बार देश में अपना परचम लहरा दिया। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के अवार्ड समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने यह अवार्ड प्रदान किया। पुरस्कार सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने ग्रहण किया। कार्यक्रम में कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, संदीप सोनी आदि उपस्थित थे। जैसे ही इंदौर को यह अवार्ड दिया गया तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहटों से गूंज किया। इंदौरवासियों ने भी यहां इस समारोह को लाइव देखा और गौरान्वित महसूस किया।

अवार्ड के साथ गौरवान्वित इंदौर की टीमष
अवार्ड के साथ गौरवान्वित इंदौर की टीमष

शाम 4 से 6 बजे राजबाडा, पलासिया चौराहा (सेल्फी पाइंट), मालवा मिल चौराहा, मेघदूत उपवन, खजराना मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर, बडा गणपति चौराहा, भंवरकुआ चौराहा, गांधी प्रतिमा, मरीमाता चौराहा व रेडिसन चौराहा पर हुआ। इन स्थानों पर टेन्ट, स्क्रीन, कारपेट, साउण्ड, कुर्सियाें की व्यवस्था की गई थी। यहां मिठाई बांटकर व आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया।

स्वच्छता गान पर शहर के गरबा पांडालों में होगा गरबा

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने गरबा आयोजकों से अपील की है कि वे देश में छठी बार स्वच्छता में परचम लहराने वाले इंदौर के लिए गरबा उत्सव में स्वच्छता गान अवश्य कराएं। उधर, स्वच्छता का अवार्ड प्राप्त कर इंदौर लौटने पर इसे लेकर बड़े जुलूस की तैयारियां की रही है। इसमें एयरपोर्ट से रथ, बैण्ड, आर्केस्ट्रा के साथ जुलुस निकलेगा। इस दौरान रास्ते में कई स्वागत मंच होंगे जो जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों के साथ स्वच्छता प्रहरियों का स्वागत कर उनकी हौंसला अ‌फजाई करेंगे।

नं. 1 की रैंक रखी बरकरार

खास बात यह कि इंदौर ने लगातार छह सालों तक स्वच्छ सर्वेक्षण में न सिर्फ नं. 1 रैंक बरकरार रखी, बल्कि नए-नए प्रयोग कर वेस्ट टू वेल्थ के सस्टेनेबल मॉडल को स्थापित किया। एशिया का सबसे बड़ा 550 टन प्रतिदिन की क्षमता के बायो सीएनजी प्लांट स्थापित कर 2.52 करोड़ की सालाना आय भी शुरू की। दूसरे शहर जहां कचरे की प्रोसेसिंग में करोड़ों खर्च कर रहे हैं वहीं, हमारा शहर कार्बन क्रेडिट सहित कचरे के उत्पादों से 12 करोड़ रुपए सालाना कमा रहा है। इंदौर इकलौता शहर है, जिसने कचरे के कलेक्शन और ट्रांसपोर्टेशन पर शत-प्रतिशत यूजर चार्ज वसूले और जीरो कॉस्ट मॉडल पेश किया।

ऐसे मिला सबका साथ और इंदौर बन गया नंबर वन

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पहली बार पद ग्रहण किया था तो उनकी कल्पना थी कि स्वच्छ भारत। इसी कड़ी में उन्होंने भी झाडू लगाकर संदेश दिया था कि साफ-सफाई हर भारतवासी का कर्त्तव्य है। उनके बाद फिर अन्य मंत्रियों, अधिकारियों व आमजन ने भी इसे आत्मसात किया।

- तत्कालीन निगम कमिश्नर मनीष सिंह इंदौर के स्वच्छता के शिल्पकार रहे। उनके नेतृत्व में स्वच्छ इंदौर का खाका तैयार किया गया। इसके तहत डोर टू डोर कचरा संग्रहण की शुरुआत की गई। लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक किया गया। पूरे शहरभर में सभी स्थानों पर न केवल शौचालय बनाए गए बल्कि उनकी नियमित साफ-सफाई शुरू हुई।

सफाई के प्रति मंत्री, महापौर व अधिकारियों का ऐसा जज्बा।
सफाई के प्रति मंत्री, महापौर व अधिकारियों का ऐसा जज्बा।

- इंदौर का परचम लहराने के मैदानी शिल्पकार सफाई मित्र हैं जो अलग-अलग ड्यूटी कर पूरे शहर को स्वच्छ रखते हैं।

- इंदौर ने जब पहली बार तैयारी की थी तो निगम कमिश्नर मनीष सिंह सुबह 4 बजे फील्ड पर पहुंच जाते थे। उनके निर्देशन में अलग-अलग क्षेत्रों में महकमा जुटा रहता था।

- सिस्टम ऐसा बना कि लोगों ने गीला-सूखा कचरा अलग-अलग कर वाहन में देने की प्रक्रिया को अपना लिया।

- शहर के हर क्षेत्र, मुख्य मार्गों में कचरा पेटियां लगाई गई। लोग उसमें कचरा डालने लगे और सड़कों को साफ रखने का जुनून सवार हो गया।

- तत्कालीन महापौर मालिनी गौड, निगम कमिश्नर आशीष सिंह ने भी यही सिस्टम बनारकर रखा। इसके बाद निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने इसे गति दी।

- आमजन से लेकर अधिकारी-नेताओं के स्वच्छता के प्रति जज्बे का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है वाल्मीकि जयंती पर जब सफाईकर्मी छुट्‌टी पर रहते हैं तो उनकी अनुपस्थिति में सभी लोग उनके कर्त्तव्य का निर्वाह करते हैं। इसके तहत मंत्री, महापौर सभी ने झाड़ू लगाकर सिस्टम को बरकरार रखा।

- ऐसे ही शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई कार्यक्रम हो या अन्य बड़े कार्यक्रम या धार्मिक कार्यक्रम, दीपावली हो या रंगपंचमी की गेर, इनके खत्म होते ही सफाईकर्मियों ने तत्काल इसे स्वच्छ किया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ