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कब खत्म होगा इंदौर की अनदेखी का यह खेल ?:नए स्टेडियम की 23 एकड़ जमीन के लिए 11 साल से फील्डिंग कर रहा MPCA, सरकार और IDA दोनों ही मैदान से दूर

वेंकटेश अय्यर और आवेश खान के रूप में टीम इंडिया को दो युवा खिलाड़ी देने वाले शहर की एक मांग एक दशक से अधूरी है। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) साल 2010 से शहर में नए क्रिकेट स्टेडियम के लिए सुपर कॉरिडोर पर आईडीए की ही स्कीम 170 (स्पोर्ट्स हब) में 23 एकड़ जमीन मांग रहा है।

जमीन के लिए एमपीसीए नौ बार अलग-अलग स्तर पर पत्र लिख चुका है। आईडीए और उसके संचालक मंडल से मिल चुका है। फिर भी आईडीए की ओर से इस मामले में किसी तरह की पहल नहीं की गई है। खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया साल 2012 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बतौर एमपीसीए चेयरमैन पत्र लिख चुके हैं, लेकिन सिंधिया की मांग आज तक अधूरी है।

नेहरू स्टेडियम बदहाल, होलकर स्टेडियम छोटा, इसलिए है जरूरत
शहर का पहला नेहरू स्टेडियम बदहाल स्थिति में है। वहीं, होलकर नाम से बना दूसरा क्रिकेट स्टेडियम छोटा है। इसलिए बड़े स्टेडियम की जरूरत है। आईडीए ने शहर में खेलों के विकास के लिए ही इस स्कीम को घोषित किया था। शहर के खेल प्रेमियों का कहना है कि नेहरू स्टेडियम का उपयोग सरकारी आयोजनों, चुनाव और सभाओं के लिए होता आ रहा है। बीच शहर में होने से होलकर स्टेडियम की अपनी परेशानियां हैं। एक तो स्टेडियम छोटा है, दूसरा मैच होने की स्थिति में पूरे क्षेत्र में ट्रैफिक की भारी परेशानी होती है। पार्किंग को लेकर भी बड़ी समस्या है। इसलिए नया स्टेडियम ऐसे स्थान पर बनाया जाए, जहां सभी सुविधाएं आसानी से जुटाई जा सकें।

दो स्कीम में 13 हेक्टेयर जमीन है आईडीए के पास
आईडीए ने तीन स्कीमों को मिलाकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की योजना बनाई थी। इसके लिए विशेष तौर पर स्कीम 170 को ही रखा गया था। स्कीम 151 और 169-बी के अंतर्गत 13 हेक्टेयर (32 एकड़) जमीन है। यहां क्रिकेट के अलावा टेबल टेनिस, बैडमिंटन व
अन्य गतिविधियां भी हो सकेंगी। मास्टर प्लान में इस जमीन का उपयोग भी खेल गतिविधियां के रूप में दर्शाया है, इसलिए यहां अन्य निर्माण भी नहीं हो सकते। एमपीसीए को स्टेडियम के लिए मात्र 23 एकड़ जमीन चाहिए।

बस पत्राचार की बॉलिंग ही होती रही, सफलता नहीं मिली
19 जुलाई 2010

मुख्यमंत्री को तत्कालीन एमपीसीए सचिव संजय जगदाले ने पत्र लिखा। इसमें कहा कि इंदौर और प्रदेश के खिलाड़ियों की सुविधा के लिए क्रिकेट मैदान का विकास व अन्य सुविधाओं का विस्तार करना चाहते हैं। एक और मैदान बनाना भी प्रस्तावित है।
21 सितंबर 2012
एमपीसीए के तत्कालीन अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर यही मांग दोहराई।
11 जुलाई 2013
तत्कालीन सचिव नरेंद्र मेनन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर आईडीए की स्कीम 151, 169-बी, 170 में प्रस्तावित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लिए जमीन की मांग की।
16 अक्टूबर 2017
तत्कालीन सचिव मिलिंद कनमड़ीकर ने आईडीए अध्यक्ष को पत्र लिखकर स्टेडियम के लिए जमीन आवंटन और अब तक लिखे गए पत्रों का हवाला देकर जमीन की मांग की।
7 अप्रैल 2021
वर्तमान सचिव संजीव राव ने आईडीए सीईओ को पत्र लिखा। कहा कि स्टेडियम के लिए जमीन के संबंध में 15 मार्च 2021 को आपसे चर्चा हुई थी। हमें 23 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जानकारी दें।
22 अक्टूबर 2021
सचिव संजीव राव ने सीईओ को फिर पत्र लिखा। कहा कि गत माह (सितंबर में) एमपीसीए के पदाधिकारियों द्वारा आपसे व्यक्तिगत संपर्क कर सुपर कॉरिडोर पर प्रस्तावित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में क्रिकेट ग्राउंड के लिए जमीन के संबंध में चर्चा की गई थी।

हम तो सालों से मांग कर रहे, बोर्ड से नहीं हो रहा निर्णय
एमपीसीए सालों से 23 एकड़ जमीन की मांग नए स्टेडियम और अन्य खेल गतिविधियों के लिए कर रहा है। पिछले महीने अनौपचारिक बातचीत भी हो गई थी, लेकिन पता नहीं आईडीए क्या चाहता है। हमें बताया गया था कि बोर्ड में मामला आने वाला है। हम उसका ही इंतजार कर रहे हैं। कुछ निजी जमीन मालिकों से भी अब संपर्क कर रहे हैं।
- संजीव राव, सचिव, एमपीसीए

कितनी जमीन मांगी, इस बारे में फिलहाल जानकारी नहीं है
एमपीसीए ने कितनी और किस तरह की जमीन की मांग की है, इसकी जानकारी अभी मुझे नहीं है। जानकारी निकलवाता हूं, अब तक कितनी प्रोसेस हुई है।
- डॉ. पवन शर्मा, संभागायुक्त और चेयरमैन आईडीए बोर्ड

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