- अगस्त तक टेंडर प्रक्रिया पूरी, नए कामों की शुरुआत होगी, स्मार्ट रोड के नए पैकेज भी शामिल होंगे
महाकालेश्वर मंदिर के आसपास स्मार्ट सिटी नया परिसर बना रही है। इसका काम 31 दिसंबर के पहले पूरा करने का टारगेट है ताकि नए साल के पहले दिन 1 जनवरी 2022 को इसे श्रद्धालुओं के लिए खोला जा सके। स्मार्ट सिटी मिशन के पहले चरण के कामों को 2023 तक पूरा करने के लिए भी कंपनी लामबंद हो गई है।
इसके लिए अगस्त तक कंपनी के टारगेट वाले नए कामों की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी, जो अब तक शुरू नहीं हुए हैं। यह माना जा रहा है कि 2023 के बाद मिशन का दूसरा दौर शुरू हो सकता है, जिसके लिए नई गाइड लाइन दी जा सकती है। नगर निगम परिषद ने 14 दिसंबर 2015 को स्मार्ट सिटी का ठहराव प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद कंसल्टेंट के माध्यम से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट तैयार कराया गया था। इसकी लागत 2318 करोड़ रुपए थी। इसमें महाकाल क्षेत्र, देवासगेट क्षेत्र और आगररोड की मिलों की जमीन को मिला कर तीन हिस्सों में प्रस्ताव तैयार किए गए थे।
स्मार्ट सिटी कंपनी का गठन कर इस क्रम में सबसे पहले महाकाल क्षेत्र में बड़ी योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू किया गया। महाकाल क्षेत्र में महाकाल रुद्रसागर इंटिग्रेटेड डेवलपमेंट एप्रोच के पहले चरण में 198 करोड़ रुपए के काम शुरू किए गए हैं। इस कामों को पूरा करने के लिए दिसंबर तक टारगेट किया गया है।
कंपनी इस प्रोजेक्ट को दिसंबर तक पूरा कर 1 जनवरी 2022 को श्रद्धालुओं के खोलना चाहती है। इसके लिए ठेकेदार और कंपनी के उन अधिकारियों को ताकीद की गई है जिन्हें विभिन्न कामों की जिम्मेदारी दी गई है। महाकाल-रुद्रसागर प्रोजेक्ट के पहले चरण में श्रद्धालुओं को नई सुविधाएं मिलेंगी। इनमें पार्किंग, क्लॉक रूम, वेटिंग रूम, पेयजल, विश्राम स्थल, लेक फ्रंट, रेस्टोरेंट, मार्केट, आवागमन, सौंदर्यीकरण, सुरक्षा आदि शामिल है।
स्मार्ट सिटी के यह काम पूरे
- पीएचई के तीन प्लांट पर सोलर पैनल- 6.15 { नगर निगम परिसर में स्वीमिंग पुल- 12.00 { सब्जी के कचरे से बिजली निर्माण प्लांट- 1.96 { कंट्रोल एंड कमांड सेंटर- 35.00
- डिजिटल सेंटर- 0.31 { स्मार्ट क्लासरूम्स- 3.04
- निगम के वाहनों की ऑनलाइन निगरानी- 0.15 (राशि करोड़ रु. में)
यह काम चल रहे : त्रिवेणी संग्रहालय के पास 700 वाहनों के लिए पार्किंग
महाकाल-रुद्रसागर फेज-1 198.00
आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम 35.28
नूतन व गणेश नगर स्कूल भवन 43.20
पुराने शहर में स्वीमिंग पूल-2 29.50
इक्युबेशन सेंटर 7.31
अंडर ग्राउंड डक्टिंग 62.70
ग्रीन वाल्स 6.00
महाकाल मंदिर में लाइटिंग 2.32
रुद्रसागर-नृसिंहघाट पाइप लाइन 2.53
मयूर वन-2 2.00
सरफेज पार्किंग 13.40
क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम 7.32
सिद्धवट पर विकास 7.04
बेगमबाग कच्ची बस्ती हटाना 17.76
महाकाल मंदिर में नया वेटिंग हॉल 23.00 (राशि करोड़ रुपए में)
नए कामों के लिए टेंडर : रुद्रसागर में वाटर स्क्रीन व लाइट एंड साउंड शो
महाकाल-रुद्रसागर दूसरा चरण 99.48 शहर के प्रमुख मार्गों पर डिवाइडर 3.92 चौराहों का विकास 9.44 कचरा ट्रांसफर स्टेशन 3.27 जल संग्रहण स्थलों का विकास 2.22 हेरिटेज भवनों पर लाइटिंग 8.20 चक्रतीर्थ पर सीएनजी शवदाहगृह 1.20 रुद्रसागर में पैदल पुल 30.00 स्मार्ट रोड 33.43 स्मार्ट क्लास रूम 5.00 लाइट एंड साउंड शो, वाटर स्क्रीन 15.00 (राशि करोड़ रुपए में)
महाकाल-रुद्रसागर का दूसरा चरण शुरू होगा
महाकाल मंदिर क्षेत्र में महाकाल-रुद्रसागर परियोजना के दूसरे चरण में 99.48 करोड़ रुपए के काम मंजूर हुए हैं। इनमें महाराजवाड़ा भवन का विकास, रामघाट और रुद्रसागर के दूसरे हिस्से का विकास, आवागमन सुविधाएं आदि शामिल हैं। इनकी डीपीआर तैयार कर राज्य शासन को भेजी जा चुकी है। स्मार्ट सिटी ने इस बीच महाराजवाड़ा के पास स्थित पुराने द्वार का जीर्णोद्धार शुरू कर दिया है।
इस द्वार को हेरिटेज दर्शनीय स्थल के रुप में विकसित किया जा रहा है। इसका जीर्णोद्धार प्राचीन पद्धति से ही कर रहे हैं ताकि इसका पुरातन स्वरूप बना रहे। स्मार्ट सिटी कंपनी के एक्जीक्युटिव डायरेक्टर और निगमायुक्त क्षितिज सिंघल कहते हैं- महाकाल क्षेत्र के कामों को अब तेजी से पूरा किया जाएगा।
इसमें बारिश की कोई दिक्कत नहीं है, क्यों कि ऐसे काम पहले करा लिए हैं जो बारिश में रुक सकते थे। दिसंबर तक किसी भी स्थिति में यह काम पूरे किए जाएंगे। नए साल में यह श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। अगस्त तक नए कामों की टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी ताकि उन कामों को भी 2023 के पहले पूरा करा सकें, क्यों कि मिशन 2023 तक पूरा करना है।
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