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दाे दिन में 13 की माैत:पहली बार कोरोना के राहत भरे आंकड़े; 233 नए संक्रमित, 250 स्वस्थ भी हुए

 

धार में पहली बार ऐसा देखने में आया है जब संक्रमिताें के मुकाबले में ठीक हाेने वालाें की संख्या अधिक रही। शनिवार काे 233 नए संक्रमित मिले, लेकिन 250 स्वस्थ्य हाेकर घर पहुंचे। इधर 24 घंटे में 9 लाेगाें ने दम ताेड़ दिया। इसमें 6 पाॅजिटिव और तीन संदिग्ध हैं। हालांकि दाे दिन में 13 लाेगाें की माैत हाे गई। धार जिले में एक्टिव केस की संख्या 1544 हाे गई है, जबकि हेल्थ बुलेटीन में अभी तक 104 लाेगाें की माैत की पुष्टि की गई है।

ये लाेग काेराेना से हारे जंग

धार के जिला अस्पताल के आईसाेलेशन वार्ड में एक संदिग्ध, धरावरा काेविड सेंटर में दाे पाॅजिटिव और एक संदिग्ध, तथा आईसीयू में दाे लाेगाें ने काेराेना से दम ताेड़ दिया। साथ ही एक संदिग्ध व्यक्ति की माैत भी हुई है। इसी प्रकार दाे लाेगाें की निजी अस्पताल में भी माैत हुई है। सभी का काेराेना प्राेटाेकाल के तहत स्थानीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।

मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए की चारे व्यवस्था

सेवा भारती के मुकेश परमार के अनुसार धार के मुक्तिधाम पर चारा खत्म हाेने पर वहां कोविड महामारी अपनी सेवाएं दे रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक गोपाल शर्मा व बंटी राठाैर ने व्यवस्था की। उन्हाेंने आहू, बेगनदा, आदि गांवों से शनिवार काे चारा एकत्रित कर मुक्तिधाम तक पहुंचाया। गाैरतलब है कि मुक्तिधाम में प्रतिदिन काेविड और सामान्य शवाें का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। ऐसे में यहां लकड़ी, कंडे और चारे की कमी भी हाेने लगी थी।

धरावरा सीसीसी-यात्री प्रतीक्षालय के पास लगे हैंडपंप के पास ही फेंक देते हैं मास्क

धरावरा काेविड सेंटर में लापरवाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले बिजली गुल हाे गई थी और अब सेंटर के पास लगे हैंडपंप के पास मास्क फेंके जा रहे हैं। जिससे ग्रामीणाें में भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है। इस गांव में अब तक एक भी काेराेना का केस नहीं आया है। ऐसे में प्रबंधन की लापरवाही से यहां भी केस आना शुरू हाे सकते हैं।

करणी सेना के तहसील अध्यक्ष गाेकुल पटेल ने बताया कि यह हैंडपंप काेविड सेंटर के समीप धरावरा फाटे पर है। काेविड सेंटर में लगभग 90 मरीज भर्ती हैं। यहीं पर उनके परिजन भी रह रहे हैं। सुबह के समय मरीजाें के परिजन हैंडपंप पर नहाने के लिए आते हैं। इस दाैरान वे अपने मास्क यहीं फेंक देते हैं।

हैंडपंप के पास ही यात्री प्रतीक्षालय हाेने के साथ यहां आबादी भी बसी हुई है। इस हैंडपंप का उपयाेग यहां रहने वाले ग्रामीण और यात्री प्रतीक्षालय पर रुकने वाले लाेग भी करते हैं, लेकिन हैंडपंप के आसपास मास्क पड़े हाेने से ग्रामीण भी संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डाॅ. संजय भंडारी ने बताया कि नगर पालिका से कहकर हैंडपंप के आसपास पड़े मास्क हटवाएंगे। ताकि इनकी वजह से किसी स्वस्थ व्यक्ति काे परेशानी नहीं हाे।

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