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इंदौर के 82% टीचर्स शुगर,थायराइड,कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित:सांसद लालवानी के 'हेल्दी टीचर,हेल्दी फ्यूचर' कार्यक्रम में हुआ खुलासा

इंदौर के सरकारी और निजी स्कूलों के 82 प्रतिशत शिक्षकों में विटामिन D की कमी है। साथ ही यह शिक्षक शुगर, थायराइड और कोलेस्ट्रॉल जैसी बिमारी से भी जूझ रहे हैं। इस बात का खुलासा इंदौर के सांसद शंकर लालवानी द्वारा किए गए हेल्दी टीचर,हेल्दी फ्यूचर कार्यक्रम के सर्वे में हुआ है। इस कार्यक्रम में 4 हजार से ज्यादा शिक्षकों के प्रीवेंटिव हेल्थकेयर टेस्ट करवाए गए थे। सम्भवतः शिक्षकों के स्वास्थ्य से सम्बन्धित अपनी तरह की देश में यह पहली स्टडी है।

सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के तहत शिक्षकों के ब्लड टेस्ट किए गए थे। जिसमें 12 से ज्यादा पैमानों पर उनकी सेहत की जांच की गई थी। सेंट्रल लैब, आईएमए और जिला रेड क्रॉस सोसाइटी ने मिलकर 1.50 लाख से ज्यादा टेस्ट किए थे। सेंट्रल लैब की फाउंडर डॉ. विनिता कोठारी ने बताया कि सांसद शंकर लालवानी ने हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के अंतर्गत शिक्षकों को लाइफ स्टाइल बीमारियों से बचाने के लिए यह विशेष प्रोग्राम चलाने के लिए कहा था और इसके नतीजे चौंकाने वाले हैं। टीचर्स की सेहत के बारे में अपनी तरह की देश कि यह पहली स्टडी है और इसमें से ज्यादातर शिक्षक संभावित बीमारियों के खतरे से अनजान पाए गए और यह बेहद चिंता की बात है।

हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान में शामिल शिक्षक
हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान में शामिल शिक्षक

हेल्दी टीचर, हेल्दी फ्यूचर प्रोग्राम में 4 हजार शिक्षकों के नतीजे इस प्रकार रहे हैं...

- 11.18% प्री डायबिटीज या डायबिटीज स्टेज पर है और इसमें से करीब 9.43% शिक्षकों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी।

- करीब 16% शिक्षकों का कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ था और 14.49% शिक्षक इसके बारे में अनभिज्ञ थे। - 82% से ज्यादा शिक्षकों में विटामिन डी की और करीब 30% शिक्षकों में विटामिन बी12 कम मिला और इन्हें विटामिन की कमी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

- इसी तरह करीब 1.5% शिक्षकों में क्रिएटिनिन की गड़बड़ी पाई गई। जिसकी वजह से करीब 7% टीचर्स लीवर की खराबी का शिकार हो सकते हैं।

- 14% से ज्यादा टीचर्स में टीएसएच का लेवल गड़बड़ पाया गया यानी वे थायराइड के मरीज हो सकते हैं। साथ ही, इनमें से 13% टीचर्स को थायराइड गड़बड़ होने की जानकारी नहीं थी।

- इसके अलावा करीब 60% टीचर्स का बीएमआई लेवल और सामान्य पाया गया और 36% से ज्यादा टीचर्स का ब्लड प्रेशर का असामान्य था।

कैम्प में शिक्षकों की जांच करती डॉक्टरों की टीम
कैम्प में शिक्षकों की जांच करती डॉक्टरों की टीम

शिक्षक दिवस पर 10 अस्पतालों के डॉक्टर शिक्षकों को देंगे मुफ्त कंसल्टेशन

सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शिक्षक देश का भविष्य गढ़ते हैं, लेकिन वे स्वास्थ्य के प्रति सचेत नहीं रह पाते इसलिए हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के अंतर्गत शिक्षकों के लिए हेल्दी टीचर, हेल्दी फ्यूचर कार्यक्रम चलाया गया था। जिसमें 4 हजार से ज़्यादा सरकारी एवं निजी स्कूलों के टीचर्स के टेस्ट किए गए थे। टीचर्स टेस्ट के जो नतीजे हमारे सामने आए हैं यह चिंता बढ़ाने वाले हैं। लालवानी ने आगे कहा कि शिक्षक आने वाले कल का निर्माण करते हैं और वह अगर स्वस्थ नहीं रहेंगे, सेहत के प्रति जागरूक नहीं रहेंगे तो बच्चों में भी अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता नहीं आएगी। वहीं शिक्षक दिवस पर 10 अस्पतालों के डॉक्टर इंदौर के शिक्षकों को मुफ्त में कंसल्टेशन देंगे हम ऐसी तैयारी भी कर रहे है।

अलग अलग स्कूल कॉलेज में कैम्प लगाए गए थे
अलग अलग स्कूल कॉलेज में कैम्प लगाए गए थे

अप्रैल में शुरू हुआ था प्रोग्राम

सांसद ने बताया कि 18 अप्रैल 2023 को कलेक्टर कार्यालय में शासकीय और निजी स्कूलों तथा कॉलेज के प्रतिनिधियों की एक बैठक हुई थी, जहां टीचर्स के प्रीवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे पर चर्चा की गई थी। इसके बाद ही हमने यह प्रोग्राम शुरू किया था। जिसके नतीजे बड़े चौंकाने वाले हमारे आए है। हेल्दी टीचर, हेल्दी फ्यूचर कार्यक्रम में 82% टीचर्स का विटामिन डी लेवल असामान्य पाया गया था जिन्हें टीचर्स डे के दिन विटामिन डी का डोज निशुल्क दिया जाएगा।

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