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कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में स्थानीय स्तर समिति की बैठक संपन्न

आटिज्मसेरेबल पाल्सीमानसिक दिव्यांगता एवं बहुनि:शक्तता से ग्रस्त नि:शक्तजनों के संरक्षण,पुनर्वास एवं उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिये इंदौर जिले में अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत जिले में चिन्हित श्रेणी के दिव्यांगों को उनके अधिकारों और संपत्तियों के संरक्षण के लिए लीगल गॉर्जियनशीप दिलवायी जाएगी। साथ ही उनके उपचार में सहायता के लिए निरामय बीमा भी करवाया जाएगा। साथ ही चिन्हित श्रेणी के दिव्यांगों के परिजनों को जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएगी।

            यह जानकारी आज यहां कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में संपन्न हुई स्थानीय स्तर समिति की बैठक में दी गयी। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अभय बेड़ेकरसंयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण श्रीमती सुचिता तिर्की बेक सहित अन्य अधिकारी और दिव्यांगजनों के कल्याण के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने जिले में आटिज्मसेरेबल पाल्सीमानसिक दिव्यांगता एवं बहुनि:शक्तता से ग्रस्त नि:शक्तजनों के संरक्षण,पुनर्वास एवं उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिये गठित स्थानीय स्तर समिति की गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि समिति की गतिविधियों को विस्तारित किया जाए और अधिक से अधिक दिव्यांगों को लाभ पहुंचाया जाए।

            बैठक में बताया गया कि उपरोक्त श्रेणी के दिव्यांगों की संपत्ति तथा उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए अब तक 2130 दिव्यांगजनों को लीगल गार्जियनशीप दिलवायी जा चुकी है। जिले में इस श्रेणी के 3771 दिव्यांगजन है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्देश दिए कि सभी पात्र दिव्यांगजनों को लीगल गार्जियनशीप दिलवायी जाना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही उक्त सभी दिव्यांगजनों को उपचार में सहायता के लिए निरामय बीमा भी करवाया जाए। ऐसे दिव्यांग जिनके परिजन उक्त बीमे की प्रीमियम भरने में असमर्थ हैउनके प्रीमियम की राशि जिला प्रशासन द्वारा जमा करायी जाएगी। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस संबंध में परिजनों को जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस संबंध में पहली कार्यशाला 21 मार्च को वर्ल्ड डाउन सिंड्रोम दिवस पर आयोजित की जाए। इसमें परिजनों को लीगल गार्जियनशीप और निरामय बीमा योजना के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया जाए। अगली कार्यशाला 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस पर आयोजित की जाए। इस कार्यशाला में उपरोक्त श्रेणी के सभी दिव्यांगजनों और उनके परिजनों को आमंत्रित किया जाए।

            बैठक में बताया गया कि आटिज्मसेरेबल पाल्सीमानसिक दिव्यांगता एवं बहुनि:शक्तता से ग्रस्त नि:शक्तजनों के सहयोग के लिए सपोर्ट ग्रूप का गठन किया जाएगा। इस ग्रूप के माध्यम से उक्त श्रेणी के दिव्यांगजनों को अनेक तरह के जरूरी मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया जाएगा। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्देश दिए कि आटिज्मसेरेबल पाल्सीमानसिक दिव्यांगता एवं बहुनि:शक्तता से ग्रस्त नि:शक्तजनों के संरक्षण,पुनर्वास एवं उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली संस्थाओं को प्रशंसा पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा।

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