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जेल विभाग के पूर्व डीजी चौधरी पर, आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया

जेल विभाग के डीजी रहे पूर्व आईपीएस संजय चौधरी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। चौधरी ने सास प्रेमलता पंचोली के नाम पर संपत्तियां खरीदी, जबकि सास सेवानिवृत्त सरकारी शिक्षक हैं। चौधरी बायपास स्थित सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी में रहते हैं। रिटायर होने के बाद उनके खिलाफ लोकायुक्त संगठन में शिकायत की गई थी।

आरोप सही पाए गए, इसलिए घर छापा नहीं मारा गया। प्रारंभिक जांच में 10 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की संपत्तियों का खुलासा हुआ है। चौधरी की पोस्टिंग कभी इंदौर जिले में नहीं रही। वह उज्जैन रेंज के आईजी रहे, लेकिन उन्होंने काली कमाई को निवेश के रूप में इंदौर जिले में लगाया। यहां पर करोड़ों की संपत्ति खरीदी। इसके अलावा पुणे में भी उनकी प्रॉपर्टी मिली है। अभी और भी संपत्ति, बैंक खातों में जमा सामने आ सकता है।

ये संपत्तियां पता चलीं

  • बापट चौराहा पर 1.10 करोड़ का मकान। सुखलिया में 98.25 लाख का मकान। 4.41 लाख का फ्लैट।
  • एवेंट्स इन्फ्राटेक के नाम से पार्टनरशिप फर्म के नाम पलासिया में 1.10 करोड़ की संपत्ति।
  • पुणे में 1.9, 1.11 लाख के फ्लैट।
  • भोपाल में 11.56 का प्लाॅट, चूना भट्टी में 2.38 लाख का प्लाॅट। भोपाल में 80.73 लाख का फ्लैट
  • ग्वालियर में 1.90 लाख रुपए कीमत का प्लॉट भी मिला है।

बाजार भाव से कीमत 50 करोड़ रुपए से अधिक

लोकायुक्त संगठन ने इंदौर, पुणे, भोपाल, ग्वालियर में मिली संपत्तियों का आकलन सरकारी गाइड लाइन के हिसाब से किया है। इन संपत्तियों की कीमत बाजार से भाव के मुकाबले 50 करोड़ रुपए से भी अधिक है। इंदौर के बापट चौराहा, पलासिया क्षेत्र में ही जमीन की कीमत न्यूनतम 10 हजार रु. स्क्वेयर फीट है।


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