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सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री को पहनाई चप्पल तोमर ने 65 दिन पहले त्यागे थे जूते-चप्पल; सड़कें नहीं बनने से थे नाराज

मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने 65 दिन बाद चप्पलें पहन लीं। केंद्रीय उड्‌डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें चप्पल पहनाईं। यह इतिहास में पहली बार है जब सिंधिया घराने के किसी महाराज ने अपने हाथों से किसी को चप्पल पहनाई हो। ऊर्जा मंत्री ने अपनी विधानसभा की तीन सड़कें नहीं बनने तक जूते-चप्पल त्याग दिए थे। इन सड़कों का अब 80 से 90 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है।

इस दौरान सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री से कहा, आपका संकल्प जनता के हित में था और वह सफल हुआ है। सिंधिया के चप्पल पहनाए जाने के बाद ऊर्जा मंत्री ने भी उनका आभार माना। कहा- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहयोग से यह हो पाया है।

सिंधिया भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जंयती पर होने वाले आयोजन में शामिल होने ग्वालियर आए हैं। कार्यक्रम के दौरान ही उन्होंने नई चप्पलें मंगाकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पहनाईं।
सिंधिया भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जंयती पर होने वाले आयोजन में शामिल होने ग्वालियर आए हैं। कार्यक्रम के दौरान ही उन्होंने नई चप्पलें मंगाकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पहनाईं।

सिंधिया बोले- अब तो बन गई सड़कें, पहन लो चप्पल...

सिंधिया रविवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर होने वाले आयोजन में शामिल होने ग्वालियर आए हैं। नदीगेट पर पोलिंग बूथ के कार्यक्रम में उन्होंने ऊर्जा मंत्री को चप्पल पहनाईं। सिंधिया ने मंत्री तोमर के लिए बाजार से नई चप्पल मंगाई। कार्यक्रम में ही अपने हाथों से पहनाई। इस दौरान सिंधिया ने मंत्री से कहा कि अब तो बन गई सड़कें और आपका संकल्प भी पूरा हो गया।

सिंधिया के इतना कहते ही मंत्री तोमर ने चप्पल पहन ली। 65 दिन तक वह बिना चप्पल और जूतों के रहे। इस दौरान वे सड़कों पर नंगे पैर ही निरीक्षण करते थे, रात को घूमते थे और पूरे प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों में, यहां तक कि शादियों में भी नंगे पैर ही पहुंचते थे।

ऊर्जा मंत्री बोले- मैं आभारी...
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा है कि जिन सड़कों के लिए मैंने चप्पल त्यागी थी, उनमें से गेंडेवाली सड़क और लक्ष्मण तलैया में काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है। तीसरी रोड जेएएच रोड थी। यहां भी 60 फीसदी काम हो चुका है। मैं आभार मानता हूं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह और हमारे ज्योतिरादित्य सिंधिया का, जिनके सहयोग से यह सड़कें बनीं। प्रदेश सरकार सड़कों के लिए लगातार फंड दे रही है। जल्द और भी सड़कों का काम पूरा होगा।

20 अक्टूबर 2022 को त्यागे थे जूते-चप्पल
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर 20 अक्टूबर को भोपाल से लौटने के बाद अपनी विधानसभा क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने लक्ष्मण तलैया, गैंडेवाली सड़क और जेएएच रोड को खुदा पड़ा देखा था। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया था कि किस तरह सड़क उनको दर्द दे रही हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़कें बनाने के नाम पर महीनों से खुदी पड़ी हैं।

इसके बाद जनता का दर्द खुद महसूस करने के लिए और सड़कों को जल्द बनवाने का संकल्प लेकर ऊर्जा मंत्री ने उसी दिन से चप्पल-जूते त्यागने की घोषणा कर दी थी। उनका कहना था कि वे खुद भी तब तक चप्पल नहीं पहनेंगे, जब तक कि ये तीनों सड़कें चलने लायक नहीं हो जाएंगी। कांग्रेस ने ऊर्जा मंत्री तोमर पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वे अपनी ही सरकार में सड़कें नहीं बनवा पा रहे हैं, तो चप्पल नहीं, पद छोड़ देना चाहिए।

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3 महीने पहले मंत्री तोमर ने त्यागे थे जूते, कांग्रेस बोली थी- नौटंकी
ऊर्जा मंत्री अक्सर अपने कामों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। कभी हाथ से टॉयलेट साफ करने को लेकर, तो कभी नाले में उतरकर सफाई करने के लिए। तीन महीने पहले ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपने ही क्षेत्र में सड़कें न बनवा पाने पर जनता से माफी मांगी और जूते-चप्पल त्याग दिए। तब से वे नंगे पैर ही हैं। कांग्रेस ने मंत्री के जूते त्यागने काे सीधे-सीधे नौटंकी बताया था।

मध्यप्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर शनिवार सुबह भोपाल से ग्वालियर आए थे। यहां उन्होंने गजक कूटी थी। मंत्री के इस अंदाज पर हाल ही के दिनों में कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हुए नरेंद्र सलूजा ने चुटकी ली। सलूजा ने ट्वीट में कहा- मंत्री जी दौरे पर थे, किसी ने बता दिया कि गजक का नाम कांग्रेस है। बस क्या, मंत्री जी ने जमकर कूट दिया।

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