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इंदौर में शराब बंदी पर पॉलिटिक्स:सांसद के CM को लेटर लिखने पर कांग्रेस ने साधा निशाना, सांसद बोले ज्ञापन आगे बढ़ाया

इंदौर में शराब बंदी को लेकर अब पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। सांसद के एक लेटर को लेकर कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है। जबकि सांसद का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा उन्हें इस संबंध में ज्ञापन दिया था जिसे उन्होंने आगे फॉरवर्ड करते हुए लेटर लिखा है।

आपको बताते है कि आखिर क्या है ये पूरा मामला...

सोमवार को एक कांग्रेस नेता ने सांसद शंकर लालवानी द्वारा CM शिवराज सिंह चौहान को लिखे गए लेटर को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता का कहना है कि एक तरफ तो जहां उमा भारती प्रदेश में शराब बंदी को लेकर तो सीएम भी जन जागरण अभियान के तहत प्रदेश में नशा मुक्ति को लेकर बयान दे रहे है। मगर भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने राज्य सरकार से नेपाली बीयर को अनुमति देने के लिए लेटर लिख रहे है।

सांसद पर साधा निशाना
भाजपा सांसद पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव नीलाभ शुक्ला ने निशाना साधा है। उन्होंने कहां कि ये भाजपा पार्टी का शराब प्रेम दोहरा चरित्र है कि शराब बंदी और नशा मुक्ति को लेकर भाजपा का जन जागरण अभियान महज दिखावा है जो प्रदेश की जनता के सामने आ रहा है। जब प्रदेश सरकार के वरिष्ठ नेता और मुखिया स्वयं नशा मुक्ति का आह्वान कर रहे है। ऐसे में कांग्रेस नेता का आरोप है सांसद शंकर लालवानी उक्त अभियान को धता बताते हुए नेपाली बीयर को प्रमोट करने और उसे प्रदेश में बेचने देने की अनुमति के लिए लेटर लिख रहे है।

सांसद बोले कुछ लोगों का ग्रुप आया था ज्ञापन देने
इस मामले में सांसद शंकर लालवानी ने से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि रोजाना कई लोग अलग-अलग मांगों को लेकर ज्ञापन देने आते है। जो भी ज्ञापन देने आते है उनका ज्ञापन वे सरकार को फॉरवर्ड कर देते है। इसे लेकर भी कुछ लोगों ने ज्ञापन दिया था उसे उन्होंने सरकार को भेजा है। इसके साथ ही उनके ज्ञापन में कुछ भी मांगे थी। सामान्य तौर पर कोई भी सीएम के नाम ज्ञापन देता है तो उसे आगे प्रेषित किया जाता है।

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