Header Ads Widget

Responsive Advertisement

कमलनाथ बोले- बीजेपी विधायक हमारे संपर्क में:मंत्री भूपेंद्र सिंह का जवाब- कांग्रेस के लोग हमारे टच में, इसलिए वो भयभीत

मध्यप्रदेश में मिशन 2023 के पहले एक बार फिर से 'संपर्क' वाली सियासत शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के वो विधायक हमारे संपर्क में है, जिन्हें लगता है कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगा। इधर, शिवराज सरकार में सीनियर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दावा किया कि अभी भी कई लोग कांग्रेस छोड़ने के लिए हमसे संपर्क कर रहे हैं।

भूपेंद्र बोले-स्वेच्छा से BJP में आने वालों पर विचार करेंगे

मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहले कुछ कांग्रेसी विधायकों को बीजेपी में शामिल कराने और ऑपरेशन लोटस की चर्चा जोरों पर है। इस पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा- ऑपरेशन लोटस न तो कभी भाजपा की तरफ से चलाया गया और न इसकी जरूरत है। लोग खुद कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं। मप्र में भी ऐसी परिस्थितियां हैं। पहले कई लोगों ने कांग्रेस छोड़ी है। अभी भी कई लोग कांग्रेस छोड़ने के लिए हमसे संपर्क कर रहे हैं। इसी वजह से कांग्रेस भयभीत है। यही कारण है कि कांग्रेस अपने विधायकों को बंधक बनाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की तरफ से कभी ऐसा ऑपरेशन नहीं चलाया गया और न ही भविष्य में चलाया जाएगा। हां, अगर कोई स्वेच्छा से भाजपा में आना चाहता है, तो इस पर विचार करेंगे।

अच्छी छवि के कांग्रेस विधायकों मिल सकता है टिकट
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले विधायकों को टिकट देने के सवाल पर कहा- ऐसे लोग हमेशा संपर्क में रहते हैं, अभी भी हैं। अगर साफ सुथरी छवि के लोग हैं, जनता में लोकप्रिय होंगे, तो पार्टी विचार करेगी। वरना भाजपा में योग्य लोगों की कमी नहीं है। योग्य होंगे तो ही विचार किया जाएगा।

कमलनाथ बोले- भाजपा के कई विधायक संपर्क में सोमवार को छिंदवाड़ा प्रवास पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर दावा किया है कि कुछ भाजपा विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा - भाजपा के बहुत सारे विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। वो तो रहेंगे ही। जो सोचते हैं उन्हें टिकट नहीं मिलेगी, लेकिन हम अपने संगठन को ही प्राथमिकता देंगे।

कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया।
कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया।

नेता प्रतिपक्ष बोले- बीजेपी का बंटाढार होने वाला है

मंत्री भूपेंद्र सिंह के बयान पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा- हमने विधायकों को राहुल गांधी की 3500 किलोमीटर की ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होने के लिए कहा है। सभी विधायक स्वेच्छा और उत्साह से शामिल हो रहे हैं। बीजेपी का बंटाढार होने वाला है। हां, बीजेपी के विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। बीजेपी में कौन जाएगा? सबको पता है कि तैरना जानते नहीं, नदी में कूदेंगे तो मरना है। जिसको मरना है, वो चला जाए।

नेता प्रतिपक्ष बोले- जितने गद्दार थे, वो चले गए
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा- कांग्रेस में जितने गद्दार थे, वे जा चुके हैं। हमारा तो साफ कहना था, आज भी वही कहना है- सौ गद्दार नहीं चाहिए, एक वफादार की जरूरत है। अब वफादार सब रह गए हैं। सारे विधायक कांग्रेस के साथ हैं। अगले चुनाव में भाजपा का सूपडा साफ करेंगे।

राहुल की यात्रा के पहले बीजेपी का प्लान

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में 20 नवंबर को बुरहानपुर से प्रवेश करेगी। दक्षिण भारत में राहुल के साथ नजर आई भीड़ और सोशल मीडिया पर मिल रहे रिस्पॉन्स के बाद बीजेपी नई रणनीति पर काम रही है। चर्चा है कि बीजेपी नेताओं की कोशिश है कि राहुल के एमपी में एंट्री से पहले कांग्रेस के कुछ विधायकों को बीजेपी में शामिल कराया जाए। बीजेपी के नेता खुलकर इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के प्रति आकर्षण बता रहे हैं।

तीन महीने पहले राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के करीब 19 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर द्रौपदी मुर्मू काे वोट दिया था। इनमें ज्यादातर कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन कर मुर्मू का समर्थन किया था। इसके बावजूद कांग्रेस ने विधायकों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया। चर्चा है कि अब क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को बीजेपी अपने पाले में लाने के प्रयास में पर्दे के पीछे जुटी है।

कांग्रेस विधायक हीरा अलावा समेत कई नेताओं पर नजर
चर्चा है कि आदिवासी संगठन जयस के राष्ट्रीय संरक्षक और मनावर से कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा को बीजेपी में लाने की कोशिशें चल रही हैं। एम्स दिल्ली से एमडी मेडिसिन की डिग्री हासिल कर आदिवासी संगठन बनाकर राजनीति में आए अलावा को लाकर बीजेपी कांग्रेस को बड़ा झटका देने की फिराक में है। हालांकि हीरालाल अलावा के करीबियों का कहना है कि वे बीजेपी में नहीं जाएंगे, बल्कि अगले विधानसभा चुनाव में करीब 80 सीटों पर जयस के प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इनमें से 47 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं।

सिंधिया के साथ इन 22 विधायकों ने छोड़ी थी कांग्रेस

1- प्रद्युम्मन सिंह तोमर (ग्वालियर) 2- रघुराज कंसाना (मुरैना) 3- कमलेश जाटव (अम्बाह) 4- रक्षा सरोनिया (भाण्डेर) 5- जजपाल सिंह जज्जी (अशोकनगर) 6- इमरती देवी (ड़बरा) 7- डॉ. प्रभुराम चौधरी (सांची) 8- तुलसी सिलावट (सांवेर) 9- सुरेश धाकड़ (पोहरी) 10- महेंद्र सिंह सिसोदिया (बमोरी) 11- ओपीएस भदौरिया (मेहगांव) 12- रणवीर जाटव (गोहद) 13- गिर्राज दंडोतिया (दिमनी) 14- जसवंत जाटव (करैरा) 15- गोविंद सिंह राजपूत (सुरखी) 16- हरदीप सिंह डंग (सुवासरा) 17- मुन्ना लाल गोयल (ग्वालियर पूर्व) 18- बृजेन्द्र सिंह यादव (मुंगावली) 19- राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर) 20- बिसाहू लाल सिंह (अनूपपुर) 21- ऐंदल सिंह कंसाना (सुमावली) 22- मनोज चौधरी (हाटपिपल्या)।

मार्च 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों ने सिंधिया के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी।
मार्च 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों ने सिंधिया के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी।

सत्ता परिवर्तन के बाद भी छोड़ी पार्टी
मार्च 2020 में मप्र में हुए उलटफेर के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई। 22 विधायकों के बाद नेपानगर विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर, बड़ामलहरा विधायक​​​​​ प्रद्धुम्न लोधी, दमोह विधायक राहुल लोधी ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था।

सपा-बसपा और निर्दलीय विधायक भी बीजेपी जॉइन कर चुके हैं।
सपा-बसपा और निर्दलीय विधायक भी बीजेपी जॉइन कर चुके हैं।

कमलनाथ समर्थक सपा-बसपा विधायकों ने भी थामा BJP का दामन
साल 2018 में कमलनाथ सरकार को समर्थन देने वाले सपा और बसपा के विधायकों ने भी हाल में बीजेपी का दामन थाम लिया था। भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह (संजू) और छतरपुर की बिजावर से सपा विधायक राजेश शुक्ला (बबलू) और सुसनेर के निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह ने भाजपा जॉइन कर ली। इन तीनों विधायकों की पारिवारिक और राजनैतिक पृष्ठभूमि कांग्रेस की रही है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ