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यशवंत क्लब:22 साल बाद मिलेंगे 70 नए सदस्य, 4 करोड़ होगी आय; आज से प्रक्रिया शुरू होगी

करीब 88 साल पुराने यशवंत क्लब को 22 साल बाद नए सदस्य मिलेंगे। - Dainik Bhaskar

करीब 88 साल पुराने यशवंत क्लब को 22 साल बाद नए सदस्य मिलेंगे।

करीब 88 साल पुराने यशवंत क्लब को 22 साल बाद नए सदस्य मिलेंगे। 2000 से क्लब की नई सदस्यता पर रोक लगी है। इस बार भी क्लब के पुराने सदस्यों के उन बच्चों को मेंबरशिप मिलेगी, जिन्होंने 18 से 25 वर्ष की उम्र के बीच सदस्यता नहीं ली। मैनेजिंग कमेटी के फैसले के बाद क्लब को करीब 70 नए सदस्य और 4 करोड़ की आय होने की उम्मीद है। सोमवार से सदस्यता देने की प्रक्रिया शुरू होगी। 26 फरवरी 2018 को क्लब की ईओजीएम (विशेष असाधारण सभा) में किए संविधान संशोधन के चलते सदस्यों के बच्चों को मेंबरशिप मिलेगी। कानूनी पेंच के चलते पिछले करीब साढ़े चार साल से मेंबरशिप अटकी थी। लीगल कमेटी की राय के बाद हाल ही में मैनेजिंग कमेटी ने सदस्यता देने का फैसला किया है।

समय सीमा निकलने के बाद मेंबरशिप नहीं मिलती

सचिव संजय गोरानी ने बताया, क्लब के संविधान के मुताबिक सदस्यों के बच्चों को 18 से 25 साल की उम्र के बीच सदस्यता दी जाती है। समय सीमा निकलने के बाद मेंबरशिप नहीं मिलती। 2018 की ईओजीएम में सदस्यता लेने से चूके बच्चों को मेंबरशिप देने का फैसला किया था। 25 से 45 वर्ष वालों को 5 लाख और उनके बच्चों को 2.5 लाख रुपए में, जबकि 45 से अधिक उम्र वालों को 10 लाख और उनके बच्चों को 5 लाख रुपए में सदस्यता देने का प्रस्ताव पास हुआ था। 45 से अधिक उम्र वालों की मेंबरशिप के फैसले को सदस्य अनिल पटवा ने कोर्ट में चुनौती दी। 14 मई 2019 को कोर्ट का स्टे हटने के बावजूद तत्कालीन कार्यकारिणी ने सदस्यता शुरू नहीं की। लीगल कमेटी की अनुशंसा के बाद अब सदस्यता शुरू की।

‘मिस्ड द बस’ स्कीम में बच्चों को सदस्यता देना बाध्यता
लीगल कमेटी के सदस्य एडवोकेट अजय बागड़िया ने बताया, 26 फरवरी 2018 की ईओजीएम में सदस्यों के बच्चों को मेंबरशिप देने सहित अन्य (संविधान संशोधन) फैसलों का पालन करना कार्यकारिणी की कानूनी बाध्यता है। ‘मिस्ड द बस’ स्कीम के तहत सदस्यों के बच्चे और उनके बच्चों (तीसरी पीढ़ी) को भी सदस्यता देना होगा।

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