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ग्रहों की चाल:राहु-केतु ने किया राशि परिवर्तन अब गुरु और सूर्य राशि बदलेंगे

 

राहु-केतु के बाद अब गुरु, सूर्य और महीने के आखिरी में शनि का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। शनि ढाई साल बाद 29 अप्रैल को मकर से कुंभ में प्रवेश करेंगे, जबकि 12 अप्रैल को राहु मेष में और केतु तुला राशि में आ गए हैं। ज्योतिषियों का कहना है कि इन सितारों की चाल में बदलाव का गहरा असर देखने को मिलेगा। अभी राहु वृष और केतु वृश्चिक राशि में पिछले 18 महीने से हैं। इन ग्रहों की अशुभ स्थिति अनिष्टकारी होती है, जबकि अच्छी स्थिति होने पर पद, प्रतिष्ठा, पैसा आदि खूब मिलते हैं। वैसे ज्यादातर राशि वालों के लिए इन ग्रहों का बदलाव सकारात्मक और शुभ फलदायी रहेगा। इस महीने सूर्य, बृहस्पति भी राशि बदलेंगे।

कब कौन सा ग्रह राशि बदलेगा
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार बुध का शुक्रवार को मीन से मेष राशि में प्रवेश हो चुका है। राहु 12 अप्रैल को सुबह 10:35 पर वृष से मेष में और इसी समय केतु वृश्चिक से तुला राशि में पहुंचेंगे। बृहस्पति 13 को शाम 5 बजे कुंभ से मीन राशि में पहुंचेंगे। सूर्य 14 अप्रैल को रात 10:52 पर मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे।

मौसम से कारोबार तक में बदलाव के योग
इन ग्रहों के राशि परिवर्तन होने से मौसम से लेकर कारोबार और राजनीति तक इसका गहरा असर देखने को मिलेगा। देश की राजनीति में बड़े फैसले होंगे। आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव आएंगे। इन सितारों के कारण मौसम में बदलाव होंगे। कई लोगों की नौकरी और कारोबार में परिवर्तन होगा। बीमारियों का संक्रमण बढ़ने की आशंका रहेगी। उपद्रव और विवाद भी होंगे।

बृहस्पति देगा लाभ...
13 अप्रैल को बृहस्पति कुंभ राशि से निकलकर अपने घर यानी मीन राशि में पहुंचेंगे। खुद की ही राशि में आने पर सुदृढ़ स्थिति बनेगी। इसके चलते ज्यादातर लोगों के लिए ये ग्रह शुभ प्रभाव देने वाला रहेगा। गुरु के कारण देश में धर्म और शिक्षा संबंधी बड़ी योजनाएं बनेंगी और उन पर काम होने के साथ ही सफलता भी मिलेगी। बेरोजगारी में कमी आएगी। लेकिन सोने के भाव और महंगाई में बढ़ोत्तरी होने के योग हैं।

शनि और राहु-केतु का असर
डॉ. मिश्र ने बताया कि शनि मकर में थे, जो अब कुंभ में पहुंचेंगे। इससे धनु राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। मकर राशि वालों की उतरती साढ़ेसाती रहेगी। जबकि कुंभ के लिए साढ़े साती के पहले ढाई साल रहेंगे। शनि देव के प्रभाव से देश-दुनिया में न्याय होगा। गैर कानूनी काम करने वालों की परेशानियां बढ़ेंगी। वहीं, मेहनतकश वर्ग वालों को सफलता मिलेगी।

मेष राशि में बुध और राहु की युति मेष वालों को मिले-जुले परिणाम देगी। जहां बुद्धि और ज्ञान के बीच बुध संतुलन बनाए रखेंगे, वहीं राहु बुद्धि भ्रमित करने का प्रयास करेंगे। राहु का मंगल के स्वामित्व वाली राशि में पहुंचना लोगों के लिए कठिन परिस्थितियां बनाएगा। जबकि केतु तुला राशि के जातकों को धर्म व ध्यान से जोड़ेगा। राहु का स्वभाव मंगल की तरह होने से इस साल कई लोगों के जीवन में अनचाहे बदलाव होने की आशंका बनी रहेगी।

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