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तीसरी लहर में ओमिक्रॉन नया वेरिएंट:इंदौर में BA2 वेरिएंट के 12 मरीज, जिन्होंने लगाया वैक्सीन उन्हें केवल 5% इंफेक्शन, 4 के 15-40% लंग्स संक्रमित

इंदौर के अरबिंदो हॉस्पिटल में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट ‌B-2 के 12 संक्रमित पेशेंट्स मिले हैं जिनमें 6 बच्चे हैं। इनमें पेशेंट्स के लंग्स में 5% से लेकर 40% लंग्स इन्फेक्शन मिला है। एक 17 वर्षीय किशोर के लंग्स में 40% इन्फेक्शन है। दो पेशेंट्स ICU में है और अब रिकवर हो रहे हैं।

हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. विनोद भंडारी के मुताबिक जह ओमिक्रॉन का जब नया वैरिएंट आया था तब वह B1.1.529 था। फिर यह वैरिएंट रोटेट होकर ‌‌B1.2 हुआ। यह 6 जनवरी से B1.2 ही था और तब लंग इन्वालमेंट बिल्कुल भी नहीं हो रहा था।

उसके बाद 16 पेशेंट्स ऐसे आए हैं जिनमें लंग इन्वॉलमेंट है और इनमें 6 बच्चे हैं। नए वैरिएंट का नाम है B2.0 है। इससे संक्रमित 12 पेशेंट्स अस्पताल में एडमिट हैं। इनमें भी 6 वयस्क व 6 बच्चे हैं। इनमें 5% से 30-35% लंग्स इन्वॉल्वमेंट मिला है। चार में अन्य दूसरा वैरिएंट B1 (पुराना) मिला है।

डॉ. भंडारी के मुताबिक चिंता वाली बात यह कि अब लंग इन्वॉल्वमेंट होने लगा है। इससे अब लोगों को सतर्क रहना पडे़गा। अब ऑक्सीजन लगने के साथ एडमिट करना पड़ रहा है। दो लोग ICU में हैं व ठीक है। ओमिक्रॉन का वैरिएंट तीन बार चेंज हआ है। कुल जो 16 मरीज हैं उनमें से जिन्होंने बूस्टर डोज लगाया था जिसके चलते उनके लंग्स में इन्फेक्शन कम है।

हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. विनोद भंडारी के मुताबिक फेफड़ों में इन्फेक्शन होना चिंता की बात है। जिन्होंने बूस्टर डोज लगाया है जिसके चलते उनके लंग्स में 5% तक का असर है। डॉ. भंडारी ने कहा कि वे लोग ज्यादा सुरक्षित हैं जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिये थे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे बूस्टर डोज जरूर लगवाएं। इधर, CMHO डॉ. बीएस सेत्या ने बताया कि इस मामले में अभी कोई जानकारी नहीं है।

ओमिक्रॉन से भी तेजी से फैलता है बीए2 -
डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि BA.2 स्ट्रेन ओमिक्रॉन से ज्यादा खतरनाक है या नहीं। हालांकि ओमिक्रॉन की तुलना में यह नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। बीए.2 का कोई खास म्यूटेशन नहीं हैं, जिसके चलते इसे डेल्टा वैरिएंट से अलग किया जा सकता है।

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