Header Ads Widget

Responsive Advertisement

कौन हैं कालीचरण महाराज?:जिन्होंने बापू के खिलाफ की आपत्तिजनक टिप्पणी, सिर्फ 8वीं तक की पढ़ाई और राजनीति में भी आजमाया हाथ

 

उन्हें करीब से जानने वालों का कहना है कि भले ही उन्होंने स्कूली शिक्षा नहीं ली है, लेकिन उन्होंने कई धर्मग्रंथों का अध्यन किया है। - Dainik Bhaskar
उन्हें करीब से जानने वालों का कहना है कि भले ही उन्होंने स्कूली शिक्षा नहीं ली है, लेकिन उन्होंने कई धर्मग्रंथों का अध्यन किया है।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्मसंसद के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लाकर अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज महाराष्ट्र के अकोला के शिवाजीनगर के रहने वाले हैं। भावसार समाज से आने वाले कालीचरण महाराज का असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है। एक साधारण परिवार में जन्में अभिजीत के पिताजी धनंजय सराग की अकोला के जयन चौक में मेडिकल शॉप है।

कालीचरण महाराज भय्यूजी महाराज के बेहद करीब थे।
कालीचरण महाराज भय्यूजी महाराज के बेहद करीब थे।

सिर्फ 8वीं तक की पढ़ाई की है
48 साल के कालीचरण महाराज की पढ़ाई शहर के पेठ इलाके के टाउन जिला परिषद स्कूल में हुई है। हालांकि, उन्होंने सिर्फ 8वीं तक की पढ़ाई की है। उन्हें करीब से जानने वालों का कहना है कि भले ही उन्होंने स्कूली शिक्षा नहीं ली है, लेकिन उन्होंने कई धर्मग्रंथों का अध्यन किया है।

महाराष्ट्र के अलावा देश के कई हिस्सों में महाराज के भक्त हैं।
महाराष्ट्र के अलावा देश के कई हिस्सों में महाराज के भक्त हैं।

मराठी के साथ हिन्दी पर अच्छी कमांड
कालीचरण महाराज के पिता ने बचपन में आर्थिक तंगी के चलते उन्हें अपनी मौसी के घर यानी इंदौर भेज दिया था। यही कारण है कि मराठी भाषी होने के बावजूद उनकी हिन्दी पर अच्छी कमांड है।

सोशल मीडिया में खूब पॉपुलर हैं कालीचरण महाराज।
सोशल मीडिया में खूब पॉपुलर हैं कालीचरण महाराज।

इंदौर में कई साल भय्यूजी महाराज के साथ रहे
इंदौर में रहने के दौरान कालीचरण, भय्यूजी महाराज के आश्रम में जाने लगे और कुछ ही देर में उनके करीब हो गए। यहीं से उनके नए नाम से 'महाराज' शब्द जुड़ा है। कई साल तक इंदौर में रहने के दौरान उन्होंने एक अनूठी वेशभूषा अपनाई और लोगों में जल्द लोगों में फेमस हो गए।

महाराज एक समय सक्रिय राजनीति का हिस्सा भी रहे थे।
महाराज एक समय सक्रिय राजनीति का हिस्सा भी रहे थे।

माथे पर लाल बिंदी लगाते हैं कालीचरण महाराज कालीचरण महाराज हमेशा खुले बाल रखते हैं और माथे पर लाल रंग की बड़ी बिंदी लगाते हैं। वे आमतौर पर लाल रंग के कपड़े पहनते हैं। सोशल मीडिया में उनके नाम से कई पेज बने हैं और उनके लाखों फॉलोवर हैं।

महाराज का शिव तांडव श्रोत सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था।
महाराज का शिव तांडव श्रोत सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था।

चुनावी मैदान में कालीचरण महाराज
कालीचरण महाराज ने 2017 में हुए अकोला नगर निकाय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई थी। हालांकि, इस चुनाव में कालीचरण महाराजा की हार हुई थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में अकोला पश्चिम सीट से उनके उम्मीदवार को लेकर बड़ी चर्चा थी। हालांकि, उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा।

कालीचरण महाराज का अकोला में एक बड़ा आश्रम है।
कालीचरण महाराज का अकोला में एक बड़ा आश्रम है।

शिव तांडव स्त्रोत से चर्चा में आए
काली चरण महाराष्ट्र अकोला में हर साल कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेते हैं। कालीचरण महाराज पिछले साल उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने मध्य प्रदेश में शिव तांडव स्त्रोत गाया था। उनका ये वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था। अभिनेता अनुपम खेर ने भी उनका वीडियो शेयर किया था।

कालीचरण महाराज काली माता के भक्त हैं।
कालीचरण महाराज काली माता के भक्त हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ