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महामारी के योध्दा:कोरोना में सामाजिक संगठनों का ऐसा जज्बा, 2 दिन में ऑक्सीजन प्लांट के लिए जुटा दिए थे 2 करोड़ रुपए

 

बायपास पर भोजन सेवा शिविर। - Dainik Bhaskar
बायपास पर भोजन सेवा शिविर।

2021 जाने वाला है। यह साल भी कोरोना से संघर्ष करते निकला। मार्च, अप्रैल और मई में जब दूसरी लहर का पीक था, तब ऑक्सीजन से लेकर मेडिकल उपकरण, दवाइयां तक मिलना मुश्किल हुआ तो शहर की संस्था-संगठन योद्धा बनकर उतरे। जरूरतमंदों तक दवाइयां, भोजन के पैकेट व राशन पहुंचाया। इतना ही नहीं 2 दिन में O2 प्लांट के लिए 2 करोड़ रुपए भी जुटा दिए थे।

सेवा परमो धर्म: प्रोटीन डाइट, फूड पैकेट, राशन से लेकर O2 कंसंट्रेटर और मेडिकल किट तक पहुंचाई

  • सदाचार समिति और मेडिकल इक्यूपमेंट बैंक ने कोरोना काल में लगातार लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। समिति ने 6 लाख फूड पैकेट बांटे। सात हजार लोगों तक राशन की किट और केक-बिस्किट पहुंचाया। समिति के अध्यक्ष डॉ. अनिल भंडारी ने बताया जब मिल क्षेत्र में कोरोना संक्रमण बढ़ा तो हर दिन एक हजार लोगों को हाई प्रोटीन डाइट का वितरण किया। इसके अलावा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, सिलेंडर, पीपीई किट और मास्क का वितरण किया।
  • मप्र वैश्य महासम्मेलन ने मेडिकल वैन से लेकर फ्रिज और अस्पतालों में पंखे दिए। प्रदेश महामंत्री अरविंद बागड़ी ने बताया कि अग्रवाल समाज ने 200 से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे। इन्हें इंदौर ही नहीं प्रदेश के अन्य शहरों में मरीजों की मदद के लिए पहुंचाया।
  • अग्रसेन महासभा ने पूरा भवन पुलिस-प्रशासन को दे दिया था। उसमें खाने-पीने की पूरी व्यवस्थाएं महासभा ने की। प्रवासी मजदूरों के लिए रोजाना खाने-पीने और गाड़ियों की व्यवस्थाएं की गई। महासभा के अध्यक्ष राजेश बंसल ने बताया कि जरूरतमंद तक मदद पहुंचाना लक्ष्य था।
  • गुरुसिंघ सभा सभी 32 गुरुद्वारों से फूड पैकेट लोगों तक पहुंचाए गए। जो लोग क्वारेंटाइन थे उनको चाय-नाश्ता और खाना लगातार उपलब्ध करवाया गया। गुरुसिंघ सभा के अध्यक्ष मंजीतसिंह भाटिया ने बताया कि कोरोना में लावारिस लाशों तक का अंतिम संस्कार समाज ने किया। इसके अलावा पशु आहार की व्यवस्था करवाई गई। गाय के लिए गो-शाला में रोटियां बनवाकर डेढ़ महीने तक भिजवाई। पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की गई। स्ट्रीट डॉग के लिए भी रोटियों, बिस्किट रोजाना दिया।

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