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तीज-त्योहार:सितंबर में गणेश उत्सव के बाद शुरू होगा श्राद्ध पक्ष, माह में हरितालिका तीज और ऋषि पंचमी जैसे पर्व भी आएंगे

 

नए महीने सितंबर में कई बड़े व्रत और पर्व मनाए जाएंगे। सितंबर में दस दिवसीय गणेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके बाद श्राद्ध पक्ष शुरू होगा। इस महीने में महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखने वाला हरितालिका तीज और ऋषि पंचमी व्रत भी किया जाएगा। जानिए सितंबर महीने के खास तीज-त्योहार...

गुरुवार, 2 सितंबर को जया (अजा) एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत करें। निराहार रहें, आप चाहें तो फलाहार कर सकते हैं। विष्णु जी विशेष पूजा करें।

शुक्रवार, 3 सितंबर को बछबारस यानी गोवस्त द्वादशी है। इस तिथि पर गौमाता और बछड़े की पूजा करने की परंपरा है।

मंगलवार, 7 सितंबर को भाद्रपद मास की अमावस्या है। इस तिथि पर पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण आदि शुभ काम किए जाते हैं। पितरों के लिए इस दिन धूप-ध्यान करना चाहिए।

गुरुवार, 9 सितंबर को हरितालिका तीज है। इस दिन महिलाएं अपने जीवन साथी की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सौभाग्य की कामना से देवी पार्वती के लिए व्रत करती हैं।

शुक्रवार, 10 सितंबर से दस दिवसीय गणेश उत्सव शुरू हो रहा है। मान्यता है कि इसी तिथि पर गणेश जी प्रकट हुए थे। गणेश चतुर्थी पर घर-घर में मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं विराजित की जाती हैं।

शनिवार, 11 सितंबर को ऋषि पंचमी है। इस दिन व्रत करने से जाने-अनजाने में हुए पाप कर्मों का असर खत्म होता है। इस तिथि पर मोरधन का सेवन करने की परंपरा है।

गुरुवार, 16 सितंबर को तेजा दशमी है। ये पर्व ग्रामीण क्षेत्रों में काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन तेजा जी महाराज की विशेष पूजा करने की परंपरा है।

शुक्रवार, 17 सितंबर को डोल ग्यारस है। इस एकादशी पर भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के लिए व्रत किया जाता है। प्राचीन समय में इस तिथि पर वामन अवतार प्रकट हुए थे। इसे जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं।

रविवार, 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी है। इस तिथि पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। भगवान गणेश के लिए इस दिन व्रत-उपवास किए जाते हैं और विशेष पूजन किया जाता है।

सोमवार, 20 सितंबर को भाद्रपद मास की पूर्णिमा है। इस तिथि पर भगवान सत्यनारायण की कथा पढ़नी और सुननी चाहिए। इस तिथि पर पितरों के लिए श्राद्ध कर्म किया जाता है।

मंगलवार, 21 सितंबर से पितृ पक्ष शुरू हो रहा है। इस पक्ष में घर-परिवार के मृत सदस्यों के लिए श्राद्ध और तर्पण आदि शुभ काम किए जाते हैं।

शुक्रवार, 24 सितंबर को गणेश चतुर्थी व्रत किया जाएगा। इस दिन गणेश जी को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं और पूजा करें।

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