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कोर्ट ने कहा कालाबाजारी करने वाले को जमानत नहीं - रेमडेसिविर के आभाव में पीड़ित की मृत्यु होना, अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों को मौत बांटने के समान, इसलिए जमानत देना उचित नहीं

 

  • इंदौर में रेमडेसिविर की कालाजारी करनेे वाले की जमानत याचिका पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा, रेमडेसिविर के आभाव में पीड़ित की मृत्यु होना, अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों को मौत बांटने के समान, इसलिए जमानत देना उचित नहीं है। बता दें कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कॉलाबजारी करते आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को पुलिस ने पकड़ा है।

लसूड़िया टीआई इंद्रमणी पटेल के अनुसार पिछले दिनों पुलिस औऱ क्राइम ब्रांच ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाली गैंग को पकड़ा था। उसमें से निजी अस्पताल से जुड़े एक आरोपी मानसिंह ने कोर्ट के समक्ष जमानत की गुहार लगाई थी। कोर्ट ने आदेश में साफ लिखा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के अभाव में कोरोना पीड़ित की मृत्यु हो जाना, अप्रत्यक्ष रूप से ऐसे मरीजों को मौत बांटने के समान है। इसलिए ऐसे आरोपी को जमानत देना उचित नहीं है, इसलिए उसकी जमानत खारिज कर दी गई है।

अब तक रेमडेसिविर बेचते ये भी पकड़े गए

  • एसटीएफ ने चिड़ियाघर के पास रेमडेसिविर बेच रहे एमआर राजेश पिता जगदीश पाटीदार निवासी राऊ और उसके दोस्त ज्ञानेश्वर पिता धनराज बारसकर निवासी भमौरी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में कबूल किया है, ये इंजेक्शन वे विजयनगर स्थित राज मेडिकल के अनुराग पिता घनश्याम सिंह निवासी स्कीम 114 से खरीद कर लाए थे। तीनों से 12 इंजेक्शन जब्त किए गए थे।
  • पीथमपुर स्थित फार्मा कंपनी इपोक के मालिक डॉक्टर विनय शंकर त्रिपाठी निवासी रानीबाग से 20 लाख रुपए के 400 इंजेक्शन जब्त किए गए थे। क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के अनुसार वह हिमाचल में अवैध रूप से इंजेक्शन बनाकर यहां बेचने लाया था।
  • 10 दिन पूर्व सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पीड़ित पक्ष ने नर्स पर इंजेक्शन बेचने का आरोप लगाया गया था। उसका भी वीडियो वायरल हुआ था, लेकिन मामले में कार्रवाई नहीं हुई।
  • राजेंद्र नगर पुलिस ने नीलेश नाम के ​​​​​​व्यक्ति को रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते पकड़ा था। उसने पीड़ित परिवार से इंजेक्शन देने के लिए 22 हजार रुपए में सौदा किया था।
  • रविवार को राजेंद्रनगर थाना पुलिस ने बारोड अस्पताल की नर्स कविता चौहान,डॉक्टर भूपेंद्र परमार और एमआर शुभम को गिरफ्तार किया था ।कविता ने कहा इंजेक्शन 35 हजार रुपये में देगी। उसने कहा एक इंजेक्शन बिक गया है
  • सोमवार को कनाडिया थाना क्षेत्र में रेमडेसिविर के 2 इंजेक्शन के साथ लैब टेक्नीशियन को पकड़ा गया है। वह दो इंजेक्शन जरूरतमंद मरीज के परिजन को 52 हजार रुपए में बेच रहा था।
  • एसटीएफ ने चिड़ियाघर के पास रेमडेसिविर बेच रहे एमआर राजेश पिता जगदीश पाटीदार निवासी राऊ और उसके दोस्त ज्ञानेश्वर पिता धनराज बारसकर निवासी भमौरी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में कबूल किया है, ये इंजेक्शन वे विजयनगर स्थित राज मेडिकल के अनुराग पिता घनश्याम सिंह निवासी स्कीम 114 से खरीद कर लाए थे। तीनों से 12 इंजेक्शन जब्त किए गए थे।
  • पीथमपुर स्थित फार्मा कंपनी इपोक के मालिक डॉक्टर विनय शंकर त्रिपाठी निवासी रानीबाग से 20 लाख रुपए के 400 इंजेक्शन जब्त किए गए थे। क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के अनुसार वह हिमाचल में अवैध रूप से इंजेक्शन बनाकर यहां बेचने लाया था।
  • 10 दिन पूर्व सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पीड़ित पक्ष ने नर्स पर इंजेक्शन बेचने का आरोप लगाया गया था। उसका भी वीडियो वायरल हुआ था, लेकिन मामले में कार्रवाई नहीं हुई।
  • राजेंद्र नगर पुलिस ने नीलेश नाम के ​​​​​​व्यक्ति को रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते पकड़ा था। उसने पीड़ित परिवार से इंजेक्शन देने के लिए 22 हजार रुपए में सौदा किया था।
  • रविवार को राजेंद्रनगर थाना पुलिस ने बारोड अस्पताल की नर्स कविता चौहान,डॉक्टर भूपेंद्र परमार और एमआर शुभम को गिरफ्तार किया था ।कविता ने कहा इंजेक्शन 35 हजार रुपये में देगी। उसने कहा एक इंजेक्शन बिक गया है
  • सोमवार को कनाडिया थाना क्षेत्र में रेमडेसिविर के 2 इंजेक्शन के साथ लैब टेक्नीशियन को पकड़ा गया है। वह दो इंजेक्शन जरूरतमंद मरीज के परिजन को 52 हजार रुपए में बेच रहा था।

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