हमें सितारे तब याद आते हैं, जब वे कोई बड़ा कमाल कर दिखाते हैं। लेकिन अपने करिअॅर की शुरुआत में वे जो कहते हैं, उसी से उनका पूरा चरित्र परिभाषित होता है। मैं आज भी 90 के दशक में रानी मुखर्जी के साथ मेरी पहली मुलाकात को याद करती हूं। आज (21 मार्च) उनके जन्म दिवस के मौके पर उनके साथ की गई बातचीत को साझा कर रही हूं।
नाश्ते की टेबल पर ब्राउन ब्रेड और कॉर्नफ्लैक्स के साथ रानी मुखर्जी ने अपने करिअॅर की यात्रा के बारे में बताते हुए कहा, 'जब मैं 14 साल की थी, उस समय अपने डैड की बंगाली फिल्म की। इसके बाद मैंने सलीम अंकल (सलीम अख्तर) की 'आ गले लग जा' करने से मना कर दिया क्योंकि फिल्मों में मेरी बिल्कुल भी रुचि नहीं थी। कुछ सालों के बाद सलीम अंकल ने एक और फिल्म ऑफर की। हालांकि इस बार भी मुझे उनका आइडिया कोई खास पसंद नहीं आया, लेकिन सभी की ओर से मुझ पर इमोशनल प्रेशर था कि मैं हां कह दूं।'
मेरा सहज सवाल था, 'आप तो उस समय किशोरावस्था में ही रही होंगी?' उनका जवाब था - 'बिल्कुल। मेरे डैड ने भी सलीम अंकल से कहा कि हमें कुछ साल और इंतजार करना चाहिए। तो उन्होंने कहा कि जब तक फिल्म तैयार होगी, वह मेरी लॉन्चिंग के लिए सही समय होगा। 'राजा की आएगी बारात' बॉक्स ऑफिस पर फेल हो गई, लेकिन फिल्म की विषयवस्तु और मेरे काम को जमकर सराहना मिली। मैं इस बात से खुश थी कि फिल्म का काम पूरा हुआ और अब मैं फिर से कॉलेज जा पाऊंगी। लेकिन इसके बाद ऑफर्स आने लगे और फिल्मों को लेकर मेरा मन भी अब बदलने लगा था। मैं ऑफर्स को हां कहने लगी थी। ऐसी ही एक फिल्म थी - कुछ कुछ होता है।'
'करण जोहर ने कहा था कि रानी मुखर्जी इस फिल्म के लिए उनकी लास्ट च्वॉइस थी?' इसके जवाब में रानी ने कहा, 'हां। ट्विंकल खन्ना, तब्बू, रवीना टंडन सभी ने मना कर दिया था। लेकिन मेरे डैड ने कहा कि बैनर और रोल दोनों आकर्षक हैं और हमें इस पर विचार करना चाहिए। अंतत: मैंने हां कह दी।'
मेरा अगला सवाल था- शाहरुख खान ने एक बार कहा था कि वे आपके आत्मविश्वास को देखकर दंग हैं। इस पर रानी का जवाब था, 'मैं हमेशा खुश रहने में भरोसा करती हूं और इसका पूरा श्रेय मेरे परिवार को जाता है। परिवार जानता था कि मैं कैमरे के लिए ही बनी हूं, लेकिन उन्होंने मुझ पर इसके लिए दबाव नहीं डाला बल्कि इस बात का इंतजार किया कि मैं खुद यह बात महसूस करूं। और आज मैं उस दुनिया का हिस्सा हूं जिससे मैं बहुत प्यार करती हूं।'
याद ही नहीं रहता कि किस फिल्म में कौन-सा रोल कर रही हूं...
एक्ट्रेस बनने पर आपको कौन-सी बात सबसे खराब लगती है? इस सवाल के जवाब में रानी ने कहा था- 'फ्लाइट पकड़ने के लिए बहुत सुबह जल्दी उठना मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है। शूटिंग का लंबा खींचना भी मुझे अच्छा नहीं लगता। कई बार ऐसा भी होता है कि मैं बगैर ब्रेक के शूटिंग किए जा रही हूं। यहां से वहां सफर कर रही हूं। एक कॉस्ट्यूम से दूसरे कॉस्ट्यूम बदलते-बदलते मुझे यह भी याद नहीं रहता कि मैं किस फिल्म में कौन-सा रोल कर रही हूं। हां, जब आप अंत में तैयार फिल्म को देखते हैं तो आपको सबकुछ व्यवस्थित नजर आता है क्योंकि निरंतरता को बनाए रखने के लिए और भी कई लोग होते हैं।'
- भावना सोमाया जानी-मानी फिल्म लेखिका, समीक्षक और इतिहासकार हैं।
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