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संभागायुक्त तथा नगर निगम आयुक्त ने की सुखे नाले पर वॉक स्थानीय रहवासियों को दी नाले के समीप स्वच्छता बनाये रखने की समझाईश

       संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा व नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा सोमवार को प्रातः 11.30 बजे नदी-नाला टेपिंग कार्य के निरीक्षण के पश्चात विराट नगर में स्थित कैलाश चौधरी बाग कॉलोनी पर टेपिंग उपरांत बने सुखे नाले पर वॉक की गई। तद्पश्चात उन्होंने बिजलपुर एसटीपी प्लांटबद्रीबाग में नदी सफाईजयरामपुर में रिव्हर साईड किये गये विकास तथा सीपी शेखर नगर में हुये सौन्दर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

      संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. शर्मा बताया कि कैलाश चौधरी बाग कॉलोनी स्थित नाले में एक समय पर गंदा पानी बहता था। निगम द्वारा सीवरेज नेटवर्क को जोडकर जो नाला टेपिंग का कार्य किया जा रहा हैउसके परिणाम स्वरूप आज यह नाला सुख गया है। निगम प्रशासक डॉ. शर्मा ने कहा कि नाला सुखने के पश्चात यहां अब स्थानीय बच्चे क्रिकेट भी खेल सकेंगे। निरीक्षण के दौरान ही निगम प्रशासक डॉ. शर्मा द्वारा सुखे नाले में वॉक के दौरान नाले किनारे निवास कर रहे रहवासियो से पुछा गया कि आप लोग कचरा कहा डालते हैतो इस पर रहवासियो ने बताया कि वे कचरा डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनो में डालते है। आयुक्त द्वारा इस अवसर पर अधीक्षण यंत्री श्री शर्मा को सुखे नाले के किनारे वॉल पेटिंग व सौन्दर्यीकरण कार्य कराने के भी निर्देश दिये गये। 

      संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि इंदौर देश में संभवतः पहला शहर है जहां पर शत-प्रतिशत सीवरेज लाईन नेटवर्क से जुडा हैनिगम द्वारा किये गये नदी-नाला टेपिंग कार्य के परिणाम स्वरूप आज इस सुखे नाले में हम वॉक कर रहे है।  ओपन में गंदगी व सीवरेज का पानी बहने से बीमारियों का भी डर बना रहता थाकिंतु अब यहां पर किसी भी प्रकार से कोई बदबु नही आ रही है और पर्यावरण भी स्वच्छ हुआ हैजिससे की नदी-नाले किनारे रहने वालो को गंदगी से होने वाली बीमारियों का भी खतरा नही है। 

       सुश्री प्रतिभा पाल ने कहा कि नगर निगम इंदौर द्वारा शहर के विभिन्न नदी-नालो में गिरने वाले गंदे पानी को रोकने के लिये आउटफॉल टेपिंग का कार्य किया गया हैजिससे कि नाले सुख गये है और यहां पर अब नदी-नाले किनारे सौन्दर्यीकरण कार्य भी किया जा रहा है। अब नदीयों में एसटीपी में ट्रीट हुआ साफ पानी व मानसुन का पानी ही बहेगा। घरो व अन्य स्थानो से निकलने वाले गंदे पानी को सीवरेज नेटवर्क से जोड दिया गया है जो कि एसटीपी से जुड गया है।

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