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कांग्रेस में मतभेद:अरुण यादव - मैं संघ विचारधारा के खिलाफ लड़ाई सड़कों पर लड़ता हूं, सज्जन वर्मा- जिन्होंने मुद्दा उठाया, उनके क्षेत्र के दो विधायक गोडसे की विचारधारा में शामिल हो गए

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के गोडसे वाले बयान पर निशाना साधा है। (फाइल फोटो)

पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर उठे विवाद पर इशारों में पूर्व सांसद अरुण यादव पर निशाना साधा। विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत में वर्मा ने कहा- जिन लोगों ने पार्टी में ये मुद्दा उठाया, उनके क्षेत्र के दो विधायक गोडसे विचारधारा वाली पार्टी में चले गए। हम तो उस विचारधारा से खींचकर लोगों को गांधी की विचारधारा से जोड़ रहे हैं। इसमें क्या बुराई है। इससे एक बार फिर ये बात साबित हुई कि इस देश में सिर्फ बापू की विचारधारा चलेगी। अरुण यादव ने कहा था कि मैं संघ विचारधारा के खिलाफ लड़ाई सड़कों पर लड़ता हूं।

चौरसिया पर वासनिक बोले- सारे संदर्भ देखने के बाद कुछ कहूंगा

मप्र के प्रभारी कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक शुक्रवार रात इंदौर पहुंचे। विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, संगठन मजबूत करेंगे, ये सतत चलने वाली प्रक्रिया है। हिंदू महासभा के बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर उठे विवाद पर वे बोले कि जानकारी मिली है, सारे संदर्भ देखने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा। यहां से वे रात में ही ओंकारेश्वर के लिए रवाना हो गए।

बाबूलाल के कांग्रेस मे आने का विरोध
ग्वालियर में हिंदू महासभा से जुड़े बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में आने के विरोध में शुक्रवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव द्वारा जारी किए गए पत्र से पार्टी के भीतर विवाद और गहरा गया है। यादव ने पत्र में कहा कि महात्मा गांधी और गांधी विचारधारा के हत्यारे के खिलाफ, मैं खामोश नहीं बैठ सकता। मैं आरएसएस विचारधारा को लेकर लाभ-हानि की चिंता किए बगैर जबानी जंग नहीं, सड़कों पर लड़ता हूं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने भी कहा है कि गोडसे के उपासकों की जगह कांग्रेस के बजाए सेंट्रल जेल में होना चाहिए। वहीं, दिग्विजय से जब चौरसिया को लेकर पूछा गया तो उन्होंने दो टूक कहा कि कौन है चौरसिया में नहीं जानता।

 

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