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भाजपा का आरोपः कमल नाथ सरकार ने किया सैकड़ों करोड़ का भ्रष्टाचार।


प्रदेश में उपचुनाव से ठीक पांच दिन पहले राजधानी में सियासत का पारा अचानक बढ़ गया। भाजपा ने भोपाल में पत्रकार वार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और कांग्रेस पर तीखे हमले बोले।


पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के आरोप-पत्र का जवाब देते हुए आरोप लगाया कि 15 महीने की सरकार में कमल नाथ ने प्रदेश को भ्रष्टाचार की मंडी बना दिया था। सैकड़ों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार किए गए।


उन्होंने पूछा कि 600 करोड़ रुपये के बिजली मीटर घोटाले और 131 करोड़ रुपये के जनसंपर्क घोटाले की बंदरबांट किसने की। शिवराज सरकार पर सात महीने में 17 घोटाले के कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए शर्मा बोले, कांग्रेस अनर्गल और झूठे आरोप लगाकर चुनाव को मुद्दों से भटका रही है।







उन्होंने कांग्रेस के पीपीई किट घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का आरोप-पत्र झूठ का पुलिंदा है। खुद कोरोना से निपटने के बजाए आइफा की तैयारी में व्यस्त थे। भाजपा सरकार बनने पर लोगों की जान बचाने के लिए कोरोना योद्धाओं के लिए पीपीई किट खरीदी तो उसे घोटाला करार दे दिया।


कमल नाथ के ओएसडी रहे प्रवीण कक्कड़ और आरके मिगलानी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रालय में लगे सीसीटीवी कैमरों से जांच कराई जा सकती है कि ये लोग वहां क्या किया करते थे। एक सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा कि जिन आरोपों का उन्होंने जिक्र किया है, भाजपा सरकार उन सभी आरोपों की जांच करवा रही है।







'बंटी और बबली' की भूमिका में आए दिग्विजय


शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय पर भी तीखे हमले बोले। कहा कि 2003 के पहले प्रदेश को दिग्विजय ने लूटा और फिर सरकार बनी तो बंटी-बबली की भूमिका में आकर पत्नी के साथ लूटा।


भ्रष्ट अधिकारियों को किया उपकृत


शर्मा ने कहा कि जिस अधिकारी पर एमपीएफसी के अंदर 600 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप था उसे बचाने के लिए सरकारी गवाह बनाते हुए उसे मुख्य सचिव बनाने का काम कमल नाथ ने किया। नाथ को जवाब देना चाहिए कि किस आधार पर उसे सरकारी गवाह बना दिया गया।



शर्मा ने पूछे यह सवाल - अश्विन शर्मा, प्रवीण कक्कड़, मिगलानी से क्या संबंध थे, आयकर छापे में मिली 281 करोड़ की रकम कहां से आई। - राजू मेंटाना और अजय जैन कौन हैं। इनसे संबंधों के बारे में जनता को बताएं। - अजय जैन और कर्नाटक का आइटी एक्सपर्ट संतोष कौन है, बताएं। - जनसंपर्क विभाग के 131 करोड़ रुपये के भुगतान की जांच चल रही है, इसके पीछे कौन है। - मप्र माध्यम (सरकार का उपक्रम) से 20 मार्च को 40 करोड़ का भुगतान किसे किया। - कमल नाथ 173 करोड़ की संपत्ति के मालिक, क्या राजनीति को धंधा बनाकर पैसा कमाया। - कर्जमाफी के लिए किसानों के ताम्र पत्र का भुगतान किसे किया। - मंत्री इमरती देवी ने कहा कि कांग्रेस के हर विधायक को कमल नाथ पांच-पांच लाख रुपये देते थे। क्यों?


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