Header Ads Widget

Responsive Advertisement

MP उपचुनाव : बीजेपी की इन समितियों में सिंधिया समर्थकों को नहीं मिली जगह


भोपाल.मध्‍य प्रदेश में 24 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. बीजेपी ने विधानसभा सीटों के प्रभारियों की नियुक्ति के बाद अब उपचुनाव के लिए संचालन समिति और प्रबंध समिति का गठन किया है. समिति में सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित 22 सदस्यों को शामिल किया गया है. इसमें 10 पूर्व मंत्री हैं. प्रबंध समिति में पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को संयोजक बनाया गया है. इस समिति में कुल 18 सदस्य शामिल हैं.
इससे पहले बीजेपी 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति भी कर चुकी है. संचालन समिति में ज्यादातर उन पूर्व मंत्रियों को शामिल किया गया है जिनके उपचुनाव में नाराज होने की आशंका ज्यादा थी. समिति में शामिल कर उनको साधने की कोशिश की गई है.
10 पूर्व मंत्रियों को जगह
संचालन समिति में 10 पूर्व मंत्रियों को शामिल किया गया है. इनमें गोपाल भार्गव, जयभान सिंह पवैया, गौरीशंकर शेजवार, माया सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, अनूप मिश्रा, रुस्तम सिंह, दीपक जोशी, लाल सिंह आर्य और नारायण सिंह कुशवाहा के नाम शामिल हैं. इनमें ज्यादातर ग्वालियर चंबल संभाग के वे नाम हैं, जिनके उपचुनाव में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर नाराज होने की संभावना थी. लिहाजा संचालन समिति में शामिल करके संगठन ने उन्हें साधने की कोशिश की है
सिंधिया समर्थकों को जगह नहीं
दोनों ही समितियों में ज्योतिरादित्य सिंधिया को छोड़कर उनके किसी और समर्थक को जगह नहीं दी गई है. इसे लेकर अब कुछ सवाल भी खड़े हो रहे हैं. हालांकि बीजेपी का कहना यह है कि सिंधिया समर्थक जो लोग बीजेपी में शामिल हुए हैं, उनके चुनाव लड़ने की संभावना ज्यादा है, ऐसे में प्रबंधन का काम और संचालन का काम पार्टी के दूसरे नेताओं को दिया गया है. इसमें राजनीति देखने की जरूरत नहीं है
कांग्रेस के सवाल
बीजेपी की इन दोनों समितियों को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया ने समितियों में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा को शामिल न किए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है नए चेहरों के लिए अब बीजेपी में अपने ही पुराने चेहरों को दरकिनार किया जा रहा है.


 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ