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मकर संक्रांति पर बनने वाली खिचड़ी में उड़द की दाल का प्रयोग से शनि ग्रह के दोष दूर होते हैं और शनि शांत होते हैं.







 मकर संक्रांति के पर्व को खिचड़ी का भी पर्व कहा जाता है. इस दिन घरों में खिचड़ी बनाने का रिवाज है.  मकर संक्रांति के दिन बनने वाली खिचड़ी का स्वाद भी अलग होता है. आइए जानते हैं इस दिन बनाई जाने वाली खिचड़ी को बनाने की विधि-
मकर संक्रांति पर काली उड़द की दाल और चावल से बनी खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा है. इस दिन खिचड़ी को भोजन के रूप में नहीं बल्कि प्रसाद के तौर लिया जाता है. इस दिन उड़द की दाल का प्रयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि काली उड़द का संबंध शनि ग्रह से है. मान्यता है कि इस दिन इस दाल और चावल का दान करने से शनि ग्रह के दोष दूर होते हैं और शनि शांत होते हैं. इसलिए इस दिन काली उड़द से बनी खिचड़ी खाने की परंपरा है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इस दिन खिचड़ी खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है.
 

मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने की विधि-
मकर संक्रांति पर बनाई जाने वाली पारंपरिक खिचड़ी की विधि बेहद सरल है. इसे बड़ी ही आसानी से घर में बनाया जा सकता है. यह खाने में बेहद स्वादिष्ट होती है. इसमें शुद्व देशी का तड़का इसके स्वाद को दोगुना कर देता है साथ ही इसकी पौष्टिकता को भी बढ़ा देता है. आइए जानते हैं इसे बनाने की विधि-
जरूरी सामग्री:
2 से 4 व्यक्तिओं के लिए
चावल: 150 ग्राम
उड़द की दाल: 50 ग्राम
जीरा: आधा चम्मच
देशी घी: 2 बड़ी चम्मच
हींग: 1/2 चुटकी
नमक: स्वाद अनुसार
बनाने की विधि:
उड़द दाल की खिचड़ी बनाने के लिए कुकर में 2 से 3 बड़ी चम्मच घी डाल कर गर्म कर लीजिए. घी गर्म होने पर इसमें जीरा, हींग डालें. इसके बाद दाल और चावल को डाल दें. करीब डेढ़ कप पानी डाल कर कुकर का ढक्कन लगा दें. एक सीटी आने के बाद कुकर को उतार लें और प्रेशर खत्म होने के बाद अचार और हरी चटनी के साथ गर्मागर्म परोसें.
 







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