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New year 2020 : साल में 53 बुधवा रों में रवि, अमृतसिद्धि व सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग, प्रमुख व्रत व त्योहार भी बुधवार को


उज्जैन  New year 2020 आंग्ल वर्ष 2020 दुर्लभ संयोग के साथ आ रहा है। इस बार 1 जनवरी को अंग्रेजी नववर्ष 2020 की शुरुआत बुधवार के दिन हो रही है। 2020 में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा गुड़ी पड़वा से शुरू होने वाला हिन्दू नववर्ष भी बुधवार के दिन शुरू होगा। साल में 63 बुधवार रहेंगे, इनमें अधिकांश बुधवार रवि व सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग रहेगा। साल में आने वाले प्रमुख व्रत व त्योहार भी बुधवार के दिन आ रहे हैं। वर्ष की अंक गणना से भी यह साल उन्नति व प्रगति देने वाला रहेगा।


ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार वर्ष 2020 के आरंभ के समय कन्या लग्न रहेगा, इस लग्न का स्वामी भी बुध है। साथ ही ग्रह गोचर में पांच ग्रह क्रमश: सूर्य, बुध, गुरु, केतु व शनि का धनु राशि पर होना तथा बुध व गुरु का केंद्र योग बनाते हुए वर्गोत्तम होना इस बात की साक्षी है कि नए साल में भातीय जीवन में व्यवसायिकता एवं आध्यात्मिकता का प्रभाव रहेगा। वर्ष 2020 का नवांश भी बुध व गुरु की श्रेष्ठ स्थिति बता रहा है


खाास बात यह है कि बुधवार से ही आंग्ल वर्ष की शुरुआत व संयोग से हिन्दू नवसंवत्सर का आरंभ भी बुधवार के दिन हो रहा है। वर्ष का राजा भी बुध होगा। बुधवार के दिन बड़े व्रत त्यौहार आ रहे हैं। वर्ष में आने वाले 53 बुधवार में खासकर रवि, अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग का संयोग बन रहा है।


साल का अंक 6 शुक्र का प्रभुत्व रहेगा


1-1-2020 का पूर्णांक 6 आता है। अंकशास्त्र की गणना से देखें तो 6 अंक पर शुक्र का प्रभुत्व रहता है। नवग्रहों में शुक्र सौंदर्य, समृद्धि, ऐश्वर्य, मनोरंजन, सफलता तथा नवाचार का कारक ग्रह माना जाता है। इस दृष्टि से वर्ष 2020 हर्षल के साथ शुक्र कारक ग्रह साबित होगा। नया साला आंतरिक्ष विज्ञान, वैश्वीकरण, सोलर एनर्जी, योग साधना, प्राचीन विद्या, प्रागेतिहासिक सिद्धांत शैली को अपनान वाला रहेगा


साल में यह बुधवार खास


-1 जनवरी 2020 आंग्ल वर्ष का आरंभ


-8 जनवरी बुधवार प्रदोष सर्वार्थसिद्धि योग


-15 जनवरी बुधवार मकर संक्रांति


-22 जनवरी बुधवार प्रदोष सर्वार्थसिद्धि योग


-05 फरवरी बुधवार जया एकादशी सर्वार्थसिद्धि योग


-12 फरवरी बुधवार संकष्टी चर्तुथी सर्वार्थसिद्धि योग


-19 फरवरी बुधवार बसंत पंचमी


-18 मार्च बुधवार दशा माता का पूजन


25 मार्च बुधवार नवचंद्र संवत्सर का आरंभ गुड़ी पड़वा


-01 अप्रैल बुधवार चैत्र नवरात्र की महाअष्टमी


-08 अप्रैल बुधवार हनुमान जयंती


-22 अप्रैल बुधवार वैशाख अमावस्या


-29 अप्रैल बुधवार रामानुजाचार्य जयंती


-06 मई बुधवार नृसिंह जयंती


-17 जून बुधवार योगिनी एकादशी


-01 जुलाई बुधवार देव शयनी एकादशी


-12 अगस्त बुधवार जन्माष्टमी


-04 नवंबर बुधवार करवा चौथ


25 नवंबर बुधवार देव प्रबोधिनी कादशी


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