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इंदौर आयोजकों को चिंता बूंदों के वार से घायल रावण जलेगा या गलेगा


इंदौर शहरभर में विजयादशमी पर मंगलवार को रावण के पुतले के दहन के दर्जनभर से अधिक बड़े आयोजन होंगे। दशहरा उत्सव समितियों की माने तो दहन के लिए 51 फीट से लेकर 111 फीट के रावण के पुतलों का निर्माण किया गया है। बारिश को देखते हुए भी उत्सव समितियों ने विशेष तैयारियां की हैं। रावण के वाटरप्रूफ पुतलों के साथ ही किसी हिस्से के खराब होने पर उसे बदलने की वैकल्पिक व्यवस्था भी की है। इस बार पटरी पर चहल कदमी, आंखों से अंगारे बरसाने और प्लास्टिक की बुराई बताने वाले पुतले नजर आएंगे। साथ ही आतंकवादरूपी के साथ हेलमेट पहना रावण का पुतला भी दिखेगा। शहर में आजादी के पहले से चली आ रही पुतला दहन की परंपरा विजयादशमी पर एक बार फिर नजर आएगी। कभी होलकर रियासत में राजा-महाराजा सजे-धजे हाथियों पर बैठकर दशहरे के उत्सव में शामिल होते थे। आजादी के बाद यह परंपरा दशहरा उत्सव समितियों के हाथ में आ गई। दशहरा मैदान के रावण की कमान 1951 और तिलक नगर के रावण दहन की कमान 1961 से उत्सव समितियों के हाथ है।


पश्चिम क्षेत्र : नाभि में नजर आएगा अमृतकुंड


 



स्थान : दशहरा मैदान


- समय : शाम 7 बजे


र्ष : 51वां वर्ष


- स्वरूप : संयोजक सत्यनारायण सलवाड़िया के अनुसार इस बार 111 फीट ऊंचा रावण का पुतला और 250 फीट चौड़ी लंका बनाई गई है। वाटरप्रूफ रावण के दस सिर की चौड़ाई 32 फीट है। पुतले की नाभि में अमृतकुंड नजर आएगा। इससे पहले शोभायात्रा निकाली जाएगी


पूर्वी क्षेत्र : 51 फीट का पुतला, 71 फीट की लंका


- स्थान : तिलक नगर


 समय : शाम 8.15 बजे


- वर्ष : 58वां


स्वरूप : पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक मंडल द्वारा 51 फीट ऊंचे पुतले और 71 फीट चौड़ी लंका का दहना किया जाएगा। संरक्षक महामंडलेश्वर दादू महाराज के अनुसार, दहन से पहले समाजसेवी, शस्त्रकला और कुश्ती के खेल से संबंधित बच्चों को सम्मानित किया जाएगा।


चिमनबाग चौराहा : अलग दिशाओं में जलकर गिरेंगे रावण के सिर


 


- स्थान : चिमनबाग मैदान


- समय : रात 8 बजे


 


- वर्ष : 41वां


- स्वरूप : चिमनबाग दशहरा उत्सव समिति के अनिल यादव ने बताया कि 110 फीट ऊंचे वाटरप्रूफ पुतले के दसों सिर अलग-अलग दिशा में जलकर गिरेंगे। यहां लंका भी वाटरप्रूफ होगी। दहन के पूर्व रंगारंग आतिशबाजी भी की जाएगी।


 


व्यापारिक क्षेत्र : पटरी पर चहल-कदमी करेगा रावण


- स्थान : छावनी स्थित मैदान


- समय : रात 8 बजे


- वर्ष : 33वां


- स्वरूप : उषागंज एकता सहयोग समिति के संयोजक किशोर मीणा के अनुसार 51 फीट ऊंचा पुतला बनाया गया है। यह स्वचलित पुतला 50 फीट की पटरी पर चहल-कदमी करेगा। रावण को वाटरप्रूफ बनाया गया है। इसकी चहलकदमी आकर्षण का केंद्र होगी।


विजय नगर चौराहा : दहन से पहले निकलेगी शोभायात्रा


- स्थान : मंगलसिटी मॉल के पीछे स्थित मैदान


- समय : रात 9 बजे


- वर्ष : 41वां


- स्वरूप : विजय नगर रावण दहन नवदुर्गा उत्सव समिति के संरक्षक मुन्नाालाल यादव व छाया देशमुख के अनुसार 71 फीट ऊंचा पुतला बनाया गया है। दहन से पहले शोभायात्रा निकाली जाएगी। यहां रावण के पुतले को हेलमेट पहनाया गया है। दर्शकों के बैठने के लिए कु र्सियों की व्यवस्था भी की गई है।


श्रमिक क्षेत्र : आतंकवादरूपी पुतले का दहन, संगीत निशा भी


- स्थान : सुभाष नगर चौराहा


- समय : रात 8 बजे


- वर्ष : 28वां


- स्वरूप : उत्सव समिति के नकुल जोशी के अनुसार, रावण के पुतले को आतंकवाद का स्वरूप दिया गया है। इसकी ऊंचाई 51 फीट है। दहन से पहले रंगारंग आतिशबाजी और संगीत निशा का आयोजन किया जाएगा।


नगर-निगम रोड : नजर आएगी प्लास्टिक की बुराई


- स्थान : श्रीकृष्ण टॉकीज के सामने


- समय : रात 8.30 बजे।


- वर्ष : 26वां


- स्वरूप : संस्था सूर्यमंच द्वारा रावण के पुतले में प्लास्टिक की बुराई दर्शाई गई है। इसमें बताया जाएगा कि प्लास्टिक की एक बोतल को पूरी तरह मिट्टी में मिलने में 400 साल लगते हैं। प्लास्टिक के गिलास में गर्म चाय या कॉफी पीने से कैंसर की आशंका बढ़ जाती है।


यहां भी होंगे पुतला दहन के आयोजन


- स्कीम 78 में 75 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन रात 8.30 बजे किया जाएगा। रावण दहन समिति के अध्यक्ष जितेंद्रसिंह बुंदेला ने बताया कि पहले पुतले की गर्दन अलग होगी और फिर धड़ जलेगा।


- रामबाग दशहरा उत्सव समिति द्वारा 101 फीट ऊंचे वाटरप्रूफ पुतले का निर्माण किया गया है। दहन से पहले रंगारंग आतिशबाजी की जाएगी। दहन रात 9 बजे किया जाएगा।


- इंदौर सेवा ट्रस्ट द्वारा 60 फीट रोड जनशक्ति नगर मैदान पर रात 8.30 बजे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। दहन से पहले रंगारंग आतिशबाजी होगी।


विजय मुहूर्त : दोपहर 2.05 से 2.51 बजे तक


विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के लिए श्रेष्ठ विजय मुहूर्त दोपहर 2.05 से 2.51 बजे तक रहेगा। ज्योर्तिविद् पं. विजय अड़ीचवाल के अनुसार, दशमी तिथि मंगलवार को शाम 4.51 बजे तक रहेगी। उदया काल में दशमी तिथि होने से 8 अक्टूबर को रावण के पुतले का दहन करना शास्त्र सम्मत है। पर्व के लिए आवश्यक श्रवण नक्षत्र सोमवार रात 9.07 से मंगलवार रात 11.04 बजे तक रहेगा। भगवान राम ने विजय मुहूर्त में ही लंका पर चढ़ाई की थी। विजय मुहूर्त में शस्त्र पूजन किया जाता है



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