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अब वे दीपावली की रोशनी को और अच्छे से देख सकेंगे। इनकी एक आंख की रोशनी किसी न किसी कारण से चली गई थी


दीपावली का पर्व तो सभी के लिए खास होता है। हर कोई जमीन से आसमान तक झिलमिलाती रोशनी को नजरों में कैद करना चाहता है। फिर भी उन लोगों के लिए यह त्यौहार इस बार बेहद खास होगा, जिनकी नई आंखें (कॉर्निया) लगने के बाद दुनिया रोशन हो गई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में एक दिन पहले ही अंधत्व के शिकार पांच मरीजों को आंखें लगाई गई हैं। अब वे दीपावली की रोशनी को और अच्छे से देख सकेंगे। इनकी एक आंख की रोशनी किसी न किसी कारण से चली गई थी।


इन पांचों लोगों के लिए खुशकिस्मती की बात यह है कि हैदराबाद के एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट से एक साथ पांच कॉर्निया मिल गए। ठीक दीपावली के पहले इन लोगों की दुनिया में और रोशनी आ सके, इसलिए एम्स के नेत्र विभाग ने संस्थान से कॉर्निया की मांग की थी


एलवी प्रसाद इंस्टीट्यूट एक नॉन प्राफिट इंस्टीट्यूट है। आंखों के इलाज व आई बैंक में इसका देशभर में नाम है। एम्स में करीब सालभर पहले आई बैंक शुरू हुआ था। अभी तक 15 लोगों को कॉर्निया लगाए जा चुके हैं।


एम्स के आई बैंक नेशनल आर्गन एवं टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन (नाटो) से भी मान्यता प्राप्त है। एम्स के डायरेक्टर डॉ. सरमन सिंह ने कहा कि संस्थान के आई बैंक में सभी सुविधाएं हैं। यह बड़ी बात है कि दीपवली के ठीक पहले पांच लोगों को कॉर्निया लगाया गया। एम्स आई बैंक की प्रतीक्षा सूची के आध्ाार पर लोगों को कॉर्निया लगाया गया है


इनको लगाई नई आंख


एक पुलिस सब इंस्पेक्टर की एक आंख छाले से गल गई थी। एक महिला की आंख में चोट लगने के बाद उसने बाजार से दवा (स्टेरायड) खरीदकर डाल लिया था, जिससे खराब हो गई थी। एक महिला और एक पुरुष की आंख मोतियाबिंद के चलते खराब हो गई थी। वहीं एक पुरुष की आंख ट्यूमर की वजह से खराब हो गई थी। इन्होंने एम्स में दिखाया था। इसके बाद आंख लगाने के लिए प्रतीक्षा सूची में इन्हें रखा गया था


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