प्रदेशभर से साधु-संतों का समागम मंगलवार को भोपाल के मिंटो हॉल में होगा। इसके लिए सोमवार से साधु-संत जुटने लगेंगे। करीब एक हजार संतों के समागम में हिस्सा लेने की संभावना है। इसमें मठ-मंदिर और साधु-संतों की समस्याओं पर बात होगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, आचार्य प्रमोद कृष्ण, मठ मंदिर सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुबुद्धानंद, नर्मदा न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा, अध्यात्म मंत्री पीसी शर्मा इसमें मौजूद रहेंगे।
अध्यात्म मंत्री पीसी शर्मा और कंप्यूटर बाबा ने बताया कि प्रत्येक जिले से साधु-संत समागम में हिस्सा लेंगे। इनके ठहरने का प्रबंध रघुवंशी धर्मशाला में किया गया है। समागम मंगलवार को सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक मिंटो हॉल में होगा। इसमें संत समाज अपनी बात मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने रखेगा और मुख्यमंत्री इनसे अपनी अपेक्षाएं साझा करेंगे। संतों की जो भी मांग होगी, उसे सरकार पूरा करेगी। शर्मा ने बताया कि सरकार ने पवित्र नदियों के संरक्षण का काम नर्मदा न्यास को सौंप दिया है।
इसी तरह मठ-मंदिरों के संचालन के लिए सलाहकार समिति बनाई गई है। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि समागम के लिए हर जिले से 10 से 25 संतों को बुलाया गया है। सोमवार को शाम पांच बजे से सर्वदर्शन समिति की बैठक होगी। इसमें जो निर्णय लिए जाएंगे, उन्हें संत समागम में सरकार के सामने रखा जाएगा। वैसे सरकार साधु-संतों का सम्मान कर रही है। शिवराज सरकार में हम लगातार पंचायत बुलाने की मांग करते रहे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री श्ािवराज सिंह चौहान ने एक नहीं सुनी
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