पॉलीथिन बंद करने के लिए ग्राम के एक डेयरी संचालक द्वारा अनूठी मिसाल पेश की जा रही है। इसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। डेयरी संचालक द्वारा डेयरी पर आने वाले ग्राहकों को पॉलीथिन के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में बताकर पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने का आग्रह करते हुए घर से बर्तन लेकर दूध लेने का कहा जा रहा है और बर्तन लेकर दूध लेने आने पर एक किलो दूध पर सौ ग्राम दूध मुफ्त दिया जा रहा है।
सरकार द्वारा पॉलीथिन पर पूर्ण प्रतिबंध का समर्थन करते हुए नीमचौक बाजार के बजरंग दूध डेयरी के संचालक दिनेश कुमावत द्वारा दुकान पर बर्तन लेकर दूध लेने आने वाले ग्राहक को प्रति एक किलो दूध पर सौ ग्राम दूध मुफ्त दिया जा रहा है। बड़ायला सरवन निवासी दिनेश कुमावत गत सात वर्षों से सुखेड़ा के नीमचौक बाजार में दूध डेयरी का संचालन कर रहे हैं
पॉलीथिन का विरोध करने का कारण बताते हुए बताया कि इससे वातावरण प्रदूषित होता है। पशुओं द्वारा इनका सेवन करने से असमय काल का ग्रास बन रहे हैं। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में इस संबंध में और जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
गांव में अभी भी किराना, सब्जी, दवाई, नमकीन, मिठाई की दुकानों पर पॉलीथिन का उपयोग किया जा रहा है, जो पूर्णत: गलत है। दिनेश पॉलीथिन की थैली में दूध मांगने वाले ग्राहक को 100 ग्राम दूध कम भी देते हैं
0 टिप्पणियाँ