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ओंकारेश्वर में घाट जलमग्न, श्रद्धालुओं के जाने पर प्रतिबंध


ओंकारेश्वर बांध लबालब होने पर शनिवार को 23 में से 14 गेट ढाई मीटर तक खोलकर 4350 क्यूमेक्स और आठ टरबाइन से 1920 क्यूमेक्स पानी नर्मदा में छोड़ा गया। इससे नर्मदा न्यूनतम जलस्तर से करीबन 15 फीट ऊपर बहने लगी। सभी घाट जलमग्न हो गए। इसी तरह इंदिरा सागर बांध के 12 गेट एक-एक मीटर खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने नर्मदा किनारे के रहवासियों को ऊंचे स्थानों पर जाने की समझाइश दी है।


शुक्रवार को इंदिरा सागर बांध के बाद ओंकारेश्वर बांध के पांच गेट खोले गए थे। पानी की आवक ज्यादा होने से बांध का जलस्तर 193 मीटर के करीब पहुंचने से पहले ही बांध प्रबंधन ने खोले जाने वाले गेटों की संख्या शनिवार को पांच से 14 कर दी। टरबाइनों और गेटों से 6270 क्यूमेक्स पानी नर्मदा में प्रति सेकंड छोड़ा गया। प्रशासन ने भी ओंकारेश्वर बांध के गेट खोलने के बाद गेट खोलने से बढ़े नर्मदा के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने ब्रह्मपुरीघाट, गोमुखघाट, श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा घाट, नागरघाट और अभयघाट सहित विभिन्ना घाटों के अलावा मोरटक्का में खेड़ीघाट में भी स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया हैघाटों पर पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात किए हैं। शनिवार को कलेक्टर तन्वी सुंद्रियाल और पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयालसिंह बांध प्रबंधन से बांध के गेटों की जानकारी लेकर अधीनस्थों को ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के दिए। ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खोलने के बाद विहंगम दृश्य को कई लोगों ने कैमरे में कैद कियाइसी तरह इंदिरा सागर पॉवर स्टेशन में जलस्तर को 260 मीटर तक नियंत्रित करने के लिए बांध के 12 गेट खोलकर नर्मदा में करीब 3000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। परियोजना के विद्युतगृह की आठ यूनिट्स से 1000 मेगावॉट विद्युत उत्पादन कर 1800 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। शनिवार शाम छह बजे तक बांध का जल स्तर 261.50 मीटर तक पहुंच गया। इस बांध में अगस्त माह में 260 मीटर तक पानी भरने का लक्ष्य निर्धारित है


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