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एआई की याददाश्त को बढ़ाने पर दिया जा रहा है जोर

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में बड़ी तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं। ओपन-एआई, गूगल, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट जैसे इसके प्रमुख खिलाड़ी बाजारों में अपनी एआई रणनीतियों को गति दे रहे हैं। आइए आज बीते पखवाड़े के महत्वपूर्ण एआई ट्रेंड्स पर एक नजर डालते हैं।

ओपन-एआई का नया कोडिंग एजेंट ओपन-एआई ने कोडेक्स (Codex) नामक एक नया एआई कोडिंग एजेंट लॉन्च किया है, जो कोड लिखने, डिबगिंग और कोडबेस से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देने जैसे कार्यों को संभाल सकता है। यह कोडेक्स-1 मॉडल पर आधारित है और चैटजीपीटी के Pro, Team, और Enterprise यूजर्स के लिए उपलब्ध है। कोडेक्स का उद्देश्य डेवलपर्स की उत्पादकता बढ़ाना और कोडिंग प्रक्रियाओं को अधिक कुशल बनाना है।

मेटा का Behemoth मॉडल टला मेटा प्लेटफॉर्म ने अपने उन्नत एआई मॉडल "Behemoth’ की रिलीज को स्थगित कर दिया है, जो Llama AI सूट का हिस्सा है। रिलीज को स्थगित इसलिए किया गया है, ताकि मॉडल की क्षमताओं में सुधार किए जा सकें। इस देरी के कारण मेटा के स्टॉक में 2.4 फीसदी की गिरावट आई है और कंपनी की एआई टीम में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही हैं।

एआई में मेमोरी क्षमताओं का विकास ओपन-एआई, गूगल, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रमुख एआई कंपनियां अपने एआई सिस्टम्स में मेमोरी क्षमताओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। इसका उद्देश्य यूजर पार्टिसिपेशन को बढ़ाना और इंटरैक्शन को अधिक व्यक्तिगत बनाना है। उदाहरण के लिए, ओपन-एआई का चैटजीपीटी और मेटा का चैटबॉट अब पिछले वार्तालापों को याद रख सकते हैं, जबकि गूगल का जेमिनी यूजर्स की सर्च हिस्ट्री को रेफर कर सकता है। एआई ह्यूमनॉइड रोबोट्स में 20 अरब डॉलर का निवेश चीन ने अपने मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र को बदलने के लिए एआई-संचालित ह्यूमनॉइड रोबोट्स का उपयोग करना शुरू कर दिया है। AgiBot और MagicLab जैसे स्टार्टअप्स सरकारी मदद से ऐसे रोबोट्स का विकास कर रहे हैं, जो असेंबली और गुणवत्ता नियंत्रण जैसे जटिल कार्य कर सकते हैं। चीन सरकार ने इस क्षेत्र में 20 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। ​​​​​​​ गूगल का जेमिनी रोबोटिक्स मॉडल गूगल डीपमाइंड ने जेमिनी रोबोटिक्स नामक एक नया एआई मॉडल विकसित किया है, जो रोबोटिक्स एप्लीकेशन्स के लिए अनुकूलित है। यह मॉडल नई स्थितियों को समझने और कई कार्यों को बिना प्रशिक्षण के करने में सक्षम है। जेमिनी रोबोटिक्स-ER संस्करण, जो एम्बाइडेड रिसनिंग पर आधारित है, भी लॉन्च किया गया है।

एआई के लिए 10 अरब डॉलर का केबल प्रोजेक्ट मेटा ने हाल ही में ‘वॉटरवर्थ प्रोजेक्ट' की घोषणा की है, जिसके तहत 10 अरब डॉलर की लागत से बड़े पैमाने पर अंडर-सी (समुद्र की सतह के नीचे) केबल बिछाई जाएगी। यह केबल भारत, अमेरिका, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका को आपस में जोड़ेगी। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य एआई और इंटरनेट ट्रैफिक में हो रही भारी वृद्धि को सुचारू रूप से संभालना है। भारत के लिए यह प्रोजेक्ट विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इससे भारत में क्लाउड सेवाएं तेज और आसान होंगी, एआई के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा और देश का डिजिटल इकोनॉमी में वैश्विक स्तर पर एक मजबूत स्थान बन सकेगा। मेटा का यह कदम एआई और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में अहम योगदान दे सकता है।

भारत में एआई सुरक्षा संस्थान की स्थापना भारत सरकार ने एआई मॉडल्स के नैतिक और सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए एक एआई सुरक्षा संस्थान की स्थापना की घोषणा की है। यह संस्थान भारतीय सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और भाषाई विविधता पर आधारित अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा और भारतीय डेटासेट्स पर आधारित होगा।

यूएई में दुनिया का सबसे बड़ा एआई कैंपस संयुक्त अरब अमीरात ने अमेरिका के बाहर दुनिया का सबसे बड़ा एआई कैंपस बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कैंपस अबू धाबी में स्थित होगा और इसमें हर साल एन्वीडिया के पांच लाख नवीनतम एआई चिप्स तक की पहुंच होगी।

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