- किताबों से जानिए, क्यों जीवन को वर्तमान क्षण में जीना सीखना जरूरी है? क्यों बीमार और कमजोर होना बुरा माना जाता है?
आपको वर्तमान क्षण में जीना सीखना होगा सच्ची और स्थाई खुशी का अनुभव करने का एकमात्र तरीका है कि आप जीवन को वर्तमान क्षण में जीना सीखें। आप तब तक खुश नहीं हो सकते जब तक वर्तमान क्षण में जीना नहीं सीख लेते। एक ऐसा मन जो वर्तमान क्षण से बाहर होता है- वह चिंता, घबराहट, पछतावे और अपराध-बोध के लिए उपजाऊ जमीन बन जाता है।
कठिन हालात में भी मूल्यवान सबक होते हैं मजबूत होना अच्छा माना जाता है, लेकिन कई ऊर्जावान लोग अपनी सेहत और ताकत को हल्के में लेकर इसे खो देते हैं। बीमार और कमजोर होना बुरा माना जाता है, लेकिन कई लोग ऐसी परिस्थितियों का सामना कर अपने जीवन का मूल्यांकन करते हैं और अपने काम करने के तरीकों को बदल लेते हैं। अपनी सेहत और ताकत बढ़ा लेते हैं।
आपके पास हमेशा एक विकल्प होता है आपके पास हमेशा एक विकल्प होता है। आप अपनी खिड़की पर लगी गंदगी को वहीं छोड़ सकते हैं और जीवन को धुंधले कांच के माध्यम से देख सकते हैं। लेकिन इसके परिणाम बहुत अच्छे नहीं होंगे। आप निराश जीवन बिताएंगे। खुश नहीं रहेंगे। आप खिड़की साफ करने का विकल्प चुनते हैं, तो जीवन उज्जवल और खुशहाल हो जाएगा।
क्षमा करने का मतलब है पुराने घावों से अलग हो जाना क्षमा करना स्वयं के लिए ही किया गया एक बेहद नेक कार्य है। यह आपको और सभी को यह संदेश देता है कि आप प्रेम के योग्य हैं और यही वह चीज है जिसे आप सभी को बांटने जा रहे हैं। यह पुराने घावों से अलग होने की एक प्रक्रिया भी है और उन्हें अपनी किसी मूल्यवान संपत्ति की तरह थामे रखना छोड़ देना भी है। इसका मतलब है दोषारोपण और आत्मदया की भाषा को छोड़ देना और अतीत के दु:खों को अपनी पहचान के रूप में कभी भी आगे न बढ़ने देना।
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