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हर जगह खुदाई:1500 करोड़ के 5 प्रोजेक्ट जारी, सुरक्षा नाकाफी; बारिश में इन्हीं से बड़ा खतरा

कहीं गड्‌ढे खुले, कहीं सरिये, बैरिकेडिंग नहीं होने से जानलेवा साबित होंगे - Dainik Bhaskar

कहीं गड्‌ढे खुले, कहीं सरिये, बैरिकेडिंग नहीं होने से जानलेवा साबित होंगे
  • सड़कों से लेकर गलियों में हर जगह खुदाई

शहर में करीब 1500 करोड़ के 5 बड़े प्रोजेक्ट चल रहे, लेकिन सुरक्षा इंतजाम नाकाफी हैं। बारिश में यही सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं। कहीं नर्मदा लाइन का काम चल रहा तो कहीं मेट्रो या फिर फ्लायओवर को लेकर खुदाई चल रही है। 5 से 7 साल पहले बनी सड़कों को भी खोद दिया गया है। मुख्य सड़कों पर चैंबर के ढक्कन खुले हैं। बड़े कामों के अलावा वार्डों में छोटे-मोटे सैकड़ों काम हो रहे हैं। 250 जगह पर सिर्फ जनकार्य विभाग के काम ही चल रहे हैं।

स्मार्ट सिटी से जुड़ी सड़क भी खोदी, कीचड़ से परेशान
बड़ा गणपति-राजबाड़ा स्मार्ट सिटी से लगी प्रजापतपुरा, कड़ाबीन से लगी सड़क को भी खोद दिया। अब कीचड़ से लोग परेशान हैं। नगर निगम ने बड़ा गणपति से लेकर जिंसी तक रोड बनाई, लेकिन पिछले एक महीने से जिंसी के आगे का काम शुरू करने के लिए ड्रेनेज का काम चल रहा है। जिंसी से चौथी पल्टन तक खोदे गए गड्‌ढे अब भर दिए गए है, लेकिन बड़वाली चौकी पर काम चल रहा है। बारिश के कारण फिसलन होने से लोग गिर जाते हैं।

इदरीस नगर में शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंचे मेयर

उधर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव सोमवार को इदरीस नगर पहुंचे। उन्होंंने वंश के माता-पिता और परिजन को ढांढस बंधाया। कहां कि इस मामले में लापरवाह लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जहां भी काम चल रहे हैं, वहां सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। ठेकेदार पर कार्रवाई करवाई गई है। अधिकारियों को घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। लापरवाही बरतने वाले नगर निगम के दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

सीवर- पूरे शहर में 100 करोड़ के काम चल रहे
नाला टैपिंग पर 350 करोड़ से ज्यादा खर्च करने के बावजूद अब 100 करोड़ से फिर काम करवाए जा रहे हैं। ठेकेदारों ने खुदाई के बाद कहीं गिट्‌टी डालकर छोड़ दिया है तो कहीं मिट्‌टी भर दी है।

पानी- हजार किलोमीटर की डिस्ट्रीब्यूशन लाइनें
250 करोड़ से शहर में हजार किमी की डिस्ट्रीब्यूशन लाइनें डालने का काम अमृत योजना के पहले चरण के तहत एलएनटी कंपनी को दिया गया। साकेत, महू नाका सहित कई इलाकों में खोद दिया गया है।

आईटीएमएस- ट्रैफिक सिग्नल के लिए खुदाई
50 चौराहों पर 34 करोड़ से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) का काम चल रहा है। चौराहों पर गड्ढों को भर दिया गया लेकिन केबल डालने खोदी कर सड़क की सूरत खराब हो चुकी है।

मेट्रो- बारिश में डायवर्ट ट्रैफिक से ज्यादा परेशान
खजराना चौराहे से राेबोट चौराहा तक 17.5 किमी के हिस्से पर कई जगह ट्रैफिक डायवर्ट कर सर्विस रोड पर करना पड़ा।

फ्लायओवर- सर्विस रोड पर ट्रैफिक जाम हो रहा
300 करोड़ की लागत से फ्लायओवर का काम कर रहा है। ट्रैफिक को सर्विस रोड पर डायवर्ट किया गया है, लेकिन बारिश में कीचड़ हो गया।

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