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आज से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत:कई मंदिरों-घरों में घट स्थापना, गुड़ी पड़वा पर घरों में बांधी गुड़ी

आज चैत्र नवरात्रि का पहला दिन है। घरों और मंदिरों में घट स्थापना कर नौ दिन तक मां दुर्गा की विशेष पूजा शुरू हुई। ज्योतिषाचार्य के अनुसार नवरात्रि में खरीदारी के लिए हर दिन शुभ रहेगा। इस दौरान सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, द्विपुष्कर और रवियोग बनेंगे। जिनमें खरीदी गई कोई भी वस्तु जीवनभर शुभ फलदायी रहती है।

वहीं गुड़ी पड़वा पर भी इंदौर में कई घरों में गुड़ी बांधी जाएगी। मराठी परिवारों में श्री खंड के साथ कई व्यंजन भी बनेंगे। चाणक्य पुरी चौराहे पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर हिन्दू नववर्ष मनेगा। गुड़-धनिया बांटकर लोगों को शुभकामनाएं भी देंगे।

पं. मनीष शर्मा के मुताबिक इस बार चैत्र नवरात्र पूरे नौ दिन रहेंगे। शुक्ल और ब्रह्म योग में प्रारंभ हो रहे नवरात्र में देवी की पूजा विशेष फलदायी रहेगी। इस वर्ष देवी का आगमन नौका पर होगा। यह सभी के लिए सुखद और सर्वसिद्धिप्रद रहेगा। 22 मार्च को शुक्ल योग प्रात: 9.15 तक रहेगा इसके बाद ब्रह्म योग प्रारंभ हो जाएगा। इन दोनों योग की साक्षी में घट स्थापना और देवी पूजा उत्तम फलदायी होगी। इस बार नवरात्र के नौ दिनों में विशेष योग भी बन रहे हैं। तीन दिन सर्वार्थसिद्धि योग और तीन दिन रवियोग बनेंगे। इनमें पूजन करने से विशेष सुखों की प्राप्ति होगी। देवी की विशेष कृपा होगी।

गुड़ी पड़वा का पर्व धूमधाम से मनाया

इधर, हिन्दू नववर्ष आयोजन समिति संयोजक मलय बलराम वर्मा ने बताया कि इस बार भी गुड़ी पड़वा का पर्व बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाया जाएगा। चाणक्य पूरी चौराहे पर होने वाले इस कार्यक्रम में सभी समितियों के सदस्यों के साथ-साथ महाराष्ट्रीयन परिवार भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। वहीं इस कार्यक्रम में महिलाएं भी पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होकर उगते सूर्य को अध्र्य देकर हिन्दु नववर्ष गुड़ी पड़वा का पर्व मनाएंगी। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात सभी सदस्यों द्वारा चाणक्यपुरी चौराहे पर आने-जाने वाले सभी राहगिरों को गुड़ और धनिया का भी वितरण कर हिंदू नववर्ष की बधाई दी जाएगी।

नए संवत का नाम नल, बुध होंगे राजा

इस नवसंवत् का नाम नल है। नए वर्ष के राजा बुध हैं और मंत्री शुक्र हैं। बुध और शुक्र की वजह से नववर्ष सभी के लिए शुभ रहेगा। व्यापारियों को इस साल बड़े लाभ मिल सकते हैं, व्यापार का विस्तार हो सकता है। बुधवार से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी, इसे रामरात्र भी कहा जाता है। बुध के राजा होने से इस साल सुख-समृद्धि बढ़ेगी। इसके साथ ही शुक्र के मंत्री होने से वैभव और संपत्तियों में बढ़ोतरी होगी।

चैत्र नवरात्रि में ऐसी रहेगी ग्रहों की स्थिति

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस नवरात्रि की शुरुआत में गुरु अपनी राशि मीन में सूर्य के साथ रहेगा। शनि अपनी राशि कुंभ में है। शुक्र और राहु की युति मेष राशि में रहेगी। शनि की तीसरी पूर्ण दृष्टि शुक्र-राहु पर रहेगी। इस वजह से चैत्र नवरात्रि में तंत्र से जुड़े काम जल्दी सफल हो सकते हैं।

ऐसे करें पूजन -

पंडित मनीष शर्मा के मुताबिक नवरात्रि में तांत्रिक पूजा भी होती है और गृहस्थ व्यक्ति भी पूजा करता है। सबसे पहले यह कि देवी को सुबह उठकर सूर्य को अर्ध्य देने उपासना शुरू करें। अगर आपको आर्थिक दिक्कत है तो उसमें लाल फूल अर्पित करें। आप अगर स्टूडेंट है तो सफेद फूल अर्पित करें। अगर आपके विवाह में बाधा आ रही है या शुभ कार्य में बाधा आ रही है तो पीले फूल डालकर सूर्य की उपासना करें। तीनों फूल एक साथ डालकर उपासना करें। देवी की उपासन कर रहे है तो ब्रह्मचर्य का पालन करें। पराए अन्न का उपयोग न करें। जिस समय आप पूजा-पाठ कर रहे है तो पूरे 9 दिन उस समय पूजा करें। देवी का एक रुप अन्नपूर्णा का भी होता है तो आप अन्न का दान करें।



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