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सीएम हेल्पलाइन:इंदौर की मासिक ग्रेडिंग सुधरी, 11 विभाग बी से ए ग्रेड में; हर महीने आती हैं 16 से 18 हजार शिकायतें

आमजन की समस्याओं के लिए प्रदेश के सबसे बड़े प्लेटफार्म सीएम हेल्पलाइन में इंदौर जिले की स्थिति फरवरी की अपेक्षा सुधर गई है। - Dainik Bhaskar

आमजन की समस्याओं के लिए प्रदेश के सबसे बड़े प्लेटफार्म सीएम हेल्पलाइन में इंदौर जिले की स्थिति फरवरी की अपेक्षा सुधर गई है।

आमजन की समस्याओं के लिए प्रदेश के सबसे बड़े प्लेटफार्म सीएम हेल्पलाइन में इंदौर जिले की स्थिति फरवरी की अपेक्षा सुधर गई है। इंदौर के 11 विभाग मार्च माह की रेटिंग में ए ग्रेड में हैं। इसमें राजस्व, नगरीय निकाय, पंचायत, परिवहन जैसे विभाग शामिल हैं। यह ग्रेडिंग 13 मार्च से अब तक की है। इससे पहले 24 फरवरी को इंदौर बी ग्रेड में था और उज्जैन, सीहोर, सीधी जैसे जिले आगे थे।

हालांकि इसके पीछे तर्क यह था कि जनवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, प्रवासी भारतीय सम्मेलन तो फरवरी में खेलो इंडिया, जी-20 जैसे आयोजन भी इसी दौरान हुए थे। पूरा अमला उसी में जुटा था, इसी कारण अधिकारी और अमला सीएम हेल्पलाइन पर ध्यान नहीं दे पाए थे। भास्कर की खबर के बाद खुद कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने विभागवार शिविर लगवाकर इनका निराकरण करवाया। इसी कारण इंदौर की ग्रेड बी से ए हुई है। हालांकि अभी भी 50 दिन से ज्यादा की पेंडिंग शिकायतों की संख्या 5 हजार से ज्यादा है।

पुलिस से संबंधित सबसे ज्यादा शिकायत
गृह विभाग के तहत इंदौर पुलिस की सर्वाधिक जो शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में दर्ज हैं, उसमें जांच में देरी, समय से केस कोर्ट में पेश नहीं करना आदि की 54 शिकायतें हैं। एफआईआर न लिखने की, सही धाराएं न लगाने की 45, उच्च अधिकारियों से जुड़ी 10, पुलिस कर्मियों द्वारा सही व्यवहार न होने की 8 शिकायतें दर्ज हुईं।

बिल्डिंग परमिशन, मोबाइल टावर की शिकायतें
निगम में बिल्डिंग परमिशन, मैरेज गार्डन और टावर की सर्वाधिक 115 शिकायतें दर्ज की गईं। पानी संबंधी 95, अवैध निर्माण और अतिक्रमण 69, सीवरेज 51, सड़क मरम्मत की 11 शिकायतें हैं।

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