Header Ads Widget

Responsive Advertisement

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग:आरोप- जीएडी का फॉर्मूला लागू, गाइडलाइन नहीं मानी; असर- जो उम्मीदवार प्रोविजनल में आने थे वे मुख्य भाग की लिस्ट में आए


राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2020 के रिजल्ट पर विवाद शुरू, एक परीक्षा पर दो फॉर्मूले लागू - Dainik Bhaskar
राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2020 के रिजल्ट पर विवाद शुरू, एक परीक्षा पर दो फॉर्मूले लागू

मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने 9 महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2020 का रिजल्ट जारी किया। 290 पदों के लिए चल रही चयन प्रकिया के इस रिजल्ट पर नया विवाद शुरू हो गया।

पीएससी ने एक परीक्षा पर दो फॉर्मूले लागू किए। राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2020 का रिजल्ट कुल पद के बजाय 113% पदाें के हिसाब से तैयार किया। इसमें 13% पद को ओबीसी आरक्षण के विवाद के कारण काल्पनिक माना गया था।

अब सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) की गाइडलाइन अनुसार नया फॉर्मूला लागू किया, जिसके तहत 87% पदों को मुख्य भाग माना व 13% पदों पर दो प्रोविजनल मेरिट लिस्ट बनाई। उम्मीदवारों का आरोप है कि जीएडी का यह फॉर्मूला लागू करने के लिए उसकी गाइडलाइन का उल्लंघन किया। ऐसे में जो प्रोविजनल लिस्ट में होने थे, वे इंटरव्यू के लिए मुख्य भाग के 87% पदों की लिस्ट में क्वालिफाई हो गए।

आप भी जानिए...दो फॉर्मूले से कैसे गड़बड़ाया गणित

उम्मीदवारों का कहना है जीएडी का नया फॉर्मूला लागू करने के लिए प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट रिवाइज करना था, ऐसा नहीं करने पर ओबीसी के किसी उम्मीदवार के प्रारंभिक परीक्षा में 66 अंक आए। ओबीसी का कटऑफ 66 गया था। यदि जीएडी का फॉर्मूला प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट पर लागू होता है तो यह मुख्य परीक्षा के लिए क्वालिफाई हुए उम्मीदवार की 13 प्रतिशत पद वाली प्रोविजनल लिस्ट में आता।

इसी तरह प्रारंभिक परीक्षा में अनारक्षित का कटऑफ 70 अंक रहा। इसलिए इतने अंक प्राप्त करने वाले प्रोविजनल में आते। यानी मुख्य परीक्षा में यह प्राेविजनली ही शामिल होते। मुख्य परीक्षा में क्वालिफाई होने के बाद यह इंटरव्यू के लिए भी प्रोविजनल लिस्ट में रहते, लेकिन मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सीधे मुख्य भाग की लिस्ट में आ गए।

2019 की प्रारंभिक परीक्षा से जीएडी फॉर्मूला लागू किया

जीएडी ने 29 सितंबर 2022 में ओबीसी आरक्षण के विवाद के बीच राज्य सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने 87:13:13 का फॉर्मूला पीएससी को दिया। इसके बाद पीएससी ने वर्ष 2019 की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में जीएडी के फॉर्मूले के अनुसार रिजल्ट तैयार किया। रिजल्ट रिवाइज्ड होने पर मुख्य परीक्षा के लिए अतिरिक्त रूप से क्वालिफाई उम्मीदवारों की अतिरिक्त मुख्य परीक्षा कराई जा रही है। वर्ष 2021 में भी जीएडी का फॉर्मूला लागू हुआ। अब तक एक दर्जन परीक्षाओं के अलग-अलग स्तर के रिजल्ट इसी आधार पर जारी किए जा चुके हैं।

जीएडी की गाइडलाइन

29 सितंबर 2022 को जारी जीएडी की गाइडलाइन अनुसार प्रारंभिक परीक्षा में चयनित प्रावधिक उम्मीदवार परीक्षा के अगले प्रत्येक चरण (मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार) में प्रावधिक रूप से ही सम्मिलित होंगे। कोर्ट के अंतिम निर्णय के आने के बाद वह अपने संंबंधित वर्ग में रोके गए 13 प्रतिशत पद के विरुद्ध ही चयनित होंगे न की पूर्व से घोषित हो चुके 87 प्रतिशत पद के विरुद्ध।

गाइडलाइन अनुसार रिजल्ट जारी किया

पहले भी जीएडी की गाइडलाइन अनुसार रिजल्ट जारी किया था। अब 29 सितंबर 2022 के पत्र अनुसार मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी किया। यानी 29 सितंबर 2022 के बाद जो भी रिजल्ट आ रहे हैं, उन सभी में 87:13:13 का फॉर्मूला एप्लाई कर रहे हैं। जीएडी ने आयोग को रिवर्ट जाने के लिए नहीं कहा है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ