Header Ads Widget

Responsive Advertisement

व्यवस्था खत्म:फर्स्ट ईयर में रिव्यू की व्यवस्था खत्म, अपनी कॉपी नहीं देख सकेंगे छात्र; अब सिर्फ रिवैल्यूएशन हाेगा

 

81 हजार फर्स्ट ईयर के छात्राें पर असर होगा - Dainik Bhaskar
81 हजार फर्स्ट ईयर के छात्राें पर असर होगा
  • रिजल्ट के साथ रिवैल्यूएशन की अंतिम तारीख जारी हाेगी, दाे विषय की पात्रता ही मिलेगी

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ने बीकॉम, बीए, बीबीए, बीसीए और बीएससी फर्स्ट ईयर में रिव्यू (व्यू ऑफ आंसर बुक) की व्यवस्था खत्म कर दी। यानी अब छात्र रिजल्ट आने के बाद रिव्यू के तहत मूल्यांकन केंद्र जाकर कॉपी नहीं देख सकेंगे। उनके पास अब सिर्फ रिवैल्यूएशन का विकल्प रहेगा, लेकिन इसमें भी छात्र काे अधिकतम दाे विषयाेें के रिवैल्यूएशन की ही पात्रता रहेगी। रिजल्ट के साथ रिवैल्यूएशन के आवेदन की अंतिम तारीख भी जारी हाेगी।

आवेदन के लिए छात्रों को अधिकतम 15 दिन मिलेंगे। इस बार किसी भी स्थिति में आवेदन की तारीख नहीं बढ़ाई जाएगी। कुल 9 विषयाें में से फाउंडेशन के चार विषयाें हिंदी-अंग्रेजी, याेगा और एनवायरमेंट में रिवैल्यूएशन का आवेदन नहीं हाे सकेगा। यानी कुल 5 विषयाें में से दाे विषयों में रिवैल्यूएशन हाेगा। ऐसा नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत किया है। डीएवीवी ने हाल ही में फर्स्ट ईयर के जिन तीन काेर्स के छह (स्पेशलाइजेशन) रिजल्ट जारी किए, उनमें भी यही व्यवस्था लागू की है।

  • 81 हजार फर्स्ट ईयर के छात्राें पर असर होगा
  • 72 हजार सेकंड ईयर के छात्राें पर अगले साल लागू हाेगी
  • 2017 से चल रही थी व्यवस्था

विद्यार्थियों पर ये असर पड़ेगा

पहले छात्र रिव्यू के तहत अपनी कॉपी देख पाते थे। उन्हें पता चल जाता था कि किस प्रश्न के कितने अंक मिले हैं। काेई प्रश्न जांचने से रह ताे नहीं गया? अब छात्राें काे सीधे रिवैल्यूएशन करवाना हाेगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है पहले भी रिव्यू के बाद भी छात्राें काे दाेबारा मूल्यांकन के लिए रिवैल्यूएशन फॉर्म भरना ही पड़ता था। नई व्यवस्था में छात्र काे प्रति कॉपी शुल्क 250 रुपए नहीं देना पड़ेगा।

भविष्य में क्या- अगले साल सेकंड ईयर में भी लागू हाेगी व्यवस्था

यही व्यवस्था अगले साल से यूजी सेकंड ईयर में भी लागू हाेगी। अप्रैल में बीकॉम, बीए, बीएससी, बीबीए सेकंड ईयर की परीक्षा है। इसका रिजल्ट आने के बाद मई-जून में यही व्यवस्था लागू हाेगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी का कहना है फर्स्ट ईयर में हमने कॉपी देखने की व्यवस्था (व्यू ऑफ आंसर बुक) खत्म कर दी। इससे छात्राें काे ही फायदा हाेगा। वे सिर्फ कॉपी नहीं देख पाएंगे लेकिन रिवैल्यूएशन जरूर हाेगा।

एक्सपर्ट्स व्यू- 10% अंक बढ़ेंगे तभी बदलेगा रिजल्ट

शिक्षाविद प्राे. मंगल मिश्रा कहते हैं रिवैल्यूएशन के लिए 9 में से 2 ही विषयाें का विकल्प दिया है जो कम है। वहीं यह अव्यावहारिक है कि अगर दाेबारा मूल्यांकन में कुल अंकाें के परचे में से 10 फीसदी अंक बढ़ेंगे ताे ही कॉपी व रिजल्ट में बदलाव हाेता है। अन्यथा 1 से 9 फीसदी तक अंक बढ़ते भी हैं ताे छात्राें काे काेई फायदा नहीं हाेता। यह सिस्टम बदला जाना चाहिए। वैसे भी रिव्यू की पुरानी व्यवस्था अव्यावहारिक थी, क्याेंकि छात्र कॉपी देखने के बाद जाे दावा करता था, उस पर अमल नहीं हाेता था, बल्कि उसे रिवैल्यूएशन के लिए आवेदन करना पड़ता था। नई व्यवस्था से छात्रों का समय बचेगा और रिवैल्यूएशन का रिजल्ट भी समय पर आएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ