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कॉलेजों की फीस:रेगुलर फैकल्टी की संख्या के मुताबिक तय होगी फीस, मिनिमम के लिए 70% टीचर होना जरूरी

अधिकतम फीस से अधिक फीस तय करने के लिए सशर्त छूट दी है कि कॉलेज के पास संबंधित कोर्स का एनबीए से एक्रीडिटेशन होना चाहिए - Dainik Bhaskar

अधिकतम फीस से अधिक फीस तय करने के लिए सशर्त छूट दी है कि कॉलेज के पास संबंधित कोर्स का एनबीए से एक्रीडिटेशन होना चाहिए
  • कॉलेजों की फीस अगले सत्र से एआईसीटीई की गाइडलाइन के हिसाब से एएफआरसी करेगा तय
  • गाइडलाइन के मुताबिक न्यूनतम से कम और अधिकतम से अधिक फीस तय की जाती है तो लिखित में इसके कारण स्पष्ट करने होंगे

एडमिशन एंड फी रेगुलरेटी कमेटी (एएफआरसी) निजी कॉलेजों में संचालित प्रोफेशन कोर्सेस की फीस तय कर रही है। जल्द ही यह घोषित कर दी जाएगी। इसके साथ ही एएफआरसी अगले सत्र से फीस निर्धारण के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की गाइडलाइन लागू करने की तैयारी कर रही है। इसमें न्यूनतम और अधिकतम फीस के मापदंड तय किए गए हैं। इसके अनुसार बीटेक की न्यूनतम फीस 79 हजार 600 रुपए और अधिकतम फीस 1 लाख 89 हजार 800 रुपए हाेगी।

फीस सीट इंटेक के आधार पर तय होगी। फीस का निर्धारण मुख्य रूप से ह्यूमन रिसोर्स, लर्निंग रिसोर्स, आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपरेशन और मिसलेनियस कॉस्ट के आधार पर होगा। फीस निर्धारण के लिए संबंधित कॉलेज के पिछले तीन साल के वास्तविक खर्चाें की जांच की जाएगी। दरअसल, एआईसीटीई द्वारा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश श्रीकृष्ण की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी। इनके द्वारा की गई सिफारिशों को फीस निर्धारण की प्रक्रिया में लागू करने के लिए एआईसीटीई ने कहा है।

एनबीए से कॉलेज को मान्यता होने पर ही बढ़ सकेगी फीस

गाइडलाइन के मुताबिक न्यूनतम से कम और अधिकतम से अधिक फीस तय की जाती है तो लिखित में इसके कारण स्पष्ट करने होंगे। अधिकतम फीस से अधिक फीस तय करने के लिए सशर्त छूट दी है कि कॉलेज के पास संबंधित कोर्स का एनबीए से एक्रीडिटेशन होना चाहिए।

इस तरह होना चाहिए फैकल्टी

किसी कॉलेज के पास 4 साल के बीटेक कोर्स में 300 सीट हैं। इस लिहाज से चार साल में 1200 छात्र होंगे। यहां 20 छात्र पर एक फैकल्टी होनी चाहिए। कॉलेज में 60 फैकल्टी की जरूरत होगी। इनमें 40 असिस्टेंट प्रोफेसर, 13 एसोसिएट प्रोफेसर और 7 प्रोफेसर स्तर की फैकल्टी होनी चाहिए। इनमें मिनिमम फीस के लिए 10% एडजंक्ट, 20% कांट्रेक्चुअल फैकल्टी हो सकती है, लेकिन अधिकतम फीस के लिए सभी 60 फैकल्टी रेगुलर होनी चाहिए।

ह्यूमन रिसोर्स खर्च के मापदंड

बिना अलाउंस के असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए न्यूनतम 57,700-1,17,100, एसोसिएट प्राेफेसर को ‌1,31,400-1,98,700, प्राेफेसर का 1,44,200-1,99,600 प्रति माह पे-स्केल होगा। एडजंक्ट फैकल्टी के लिए 80 हजार और कांट्रेक्चुअल का 60 हजार प्रतिमाह वेतन होगा।

लर्निंग काॅस्ट के लिए मापदंड

इंस्टीट्यूट में विद्यार्थियों के लिए एक किताब की औसत कीमत 750 होगी। वहीं जितनी राशि की किताब होंगी उस राशि का 25% खर्च लाइब्रेरी जनरल और 25% ई-रिसाेर्स और 1 प्रतिशत न्यूजपेपर-मैग्जीन पर खर्च करना होगा।

ऑपरेशन कॉस्ट के लिए फीस

बिजली के 2,200, पानी के 150, पब्लिक रिलेशन के 60, टेलीकॉम के 150, टैक्सेस के 150, इंफ्रास्ट्रक्चर इंश्योरेंस के 300, ऑडिट एंड अकाउंटिंग फीस समेत अलग-अलग खर्च के नाम पर ~3750 हर एक छात्र से लिए जा सकेंगे।

अन्य खर्च के मापदंड

मिसलेनियस खर्च के लिए छात्रों से 6 अलग-अलग बातों के फीस ली जा सकेगी। इसमें स्टूडेंट एक्टिविटी (सोशल, जिम, स्पोर्ट्स) के लिए 200, पहचान पत्र के 75, रिक्रूटमेंट चार्ज 100,लेबोरेटरी के ~350, संबद्धता के 100, इंफ्रास्ट्रक्चर रिपेयर एंड मेंटनेंस के ~3100 रुपए होंगे। सालाना 47.10 लाख रुपए खर्च आएगा। न्यूनतम फीस पूरी फैकल्टी नहीं होने पर भी तय की जा सकेगी। इनकाे न्यूनतम पे-स्केल अलाउंस के बिना दिया जा सकेगा।

जल्द कॉलेजों की मीटिंग होगी
एआईसीटीई की गाइडलाइन के अनुसार नए सत्र से फीस निर्धारित की जाएगी। प्रावधान स्टूडेंट्स बेस्ड हैं। इसके लिए जल्द ही कॉलेजों की मीटिंग भी बुलाई जाएगी। इसमें सभी कॉलेजों को एआईसीटीई की गाइडलाइन अनुसार बैलेंस शीट तैयार करने की जानकारी दी जाएगी। नए प्रावधान लागू करने के लिए उन्हें प्रक्रिया बतानी होगी।
डॉ. डीए हिण्डोलिया, सचिव, एएफआरसी

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