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नाग पंचमी 2 अगस्त को:क्या नाग-नागिन बदला लेते हैं, क्या मणिधारी सांप होते हैं, क्या सांप बीन की धुन पर नाचते हैं, जानिए ऐसे ही सवालों के जवाब

 

मंगलवार, 2 अगस्त को नाग पंचमी है। हर साल सावन शुक्ल पंचमी तिथि पर नाग देव की विशेष पूजा करने की परंपरा है। इस दिन काफी लोग जीवित सांप की पूजा करते हैं, उसे दूध पिलाते हैं, जबकि ये सही नहीं है। सांप के लिए दूध जहर की तरह होता है और उसकी पूजा करते समय वह हमें डंस भी सकता है। नाग पंचमी पर नाग देव की प्रतिमा या तस्वीर की पूजा करनी चाहिए।

उज्जैन के सर्प अनुसंधान संस्थान के डायरेक्टर मुकेश इंगले ने बताया कि कभी भी सांप को दूध नहीं पिलाना चाहिए। सांप एक ऐसा जीव है जो दूध को पचा नहीं सकता। अगर सांप को दूध पिला दिया जाता है तो उसे निमोनिया हो जाता है, इस बीमारी से सांप मर सकता है।

मुकेश इंगले और उनका परिवार पांच पीढ़ियों से सांप के संरक्षण के लिए काम कर रहे है। मुकेश करीब 32 सालों से सांपों पर अलग-अलग रिसर्च कर रहे हैं। अब तक दुनियाभर में सांपों की 3 हजार से ज्यादा प्रजातियां खोजी गई हैं। भारत में करीब 320 और मध्य प्रदेश में करीब 42 प्रजातियों के सांप हैं।

देश भर में सांपों की करीब 60 ऐसी प्रजातियां हैं, जिनके डंसने से इंसान की मौत हो सकती है। मध्य प्रदेश में सिर्फ 4 तरह के ऐसे सांप हैं, जिनके डंसने पर इंसान की मौत हो सकती है। इन चार सांपों को बिग फोर कहते हैं। इनमें कोबरा, करैत, रसेल वाइपर और स्केल्ड वाइपर नाम के सांप शामिल हैं।

मुकेश इंगले से जानिए सांपों से जुड़ी मान्यताएं और उनकी सच्चाई...

क्या इच्छाधारी या मणिधारी सांप होते हैं?

ऐसी सिर्फ पौराणिक मान्यताएं हैं। आधुनिक विज्ञान में ऐसी कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि अभी तक किसी भी रिसर्च में ऐसे किसी सांप की खोज नहीं हुई है। आमतौर पर कोबरा सांप जब फन फैलाता है तो उसके फन के ऊपर एक चमकीला निशान दिखता है। अंधेरे में जब इस निशान पर कोई रोशनी पड़ती है तो ये निशान भी चमकता है। शायद इसी चमकीले निशान को लोग मणि मान लेते हैं।

क्या सांप उड़ सकते हैं?

हां, कुछ सांप ऐसे हैं जो उड़ने की कला जानते हैं, लेकिन, ये सांप पक्षियों की तरह नहीं उड़ते हैं। इन्हें क्राइसोपेलिया (Chrysopelea) कहते हैं। ये सांप पेड़ पर ऊपर चढ़ जाते हैं और पेड़ से नीचे की ओर छलांग लगाते हैं, नीचे आते समय ये हवा में लहराने लगते हैं। ये सांप अपने शरीर को फैलाकर चौड़ा कर लेते हैं, जिससे नीचे आते समय ये उड़ते हुए दिखते हैं। ये सांप ऊपर की ओर नहीं उड़ सकते हैं। आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, बिहार राज्यों में इस तरह के सांप देखे गए हैं।

क्या सांप कभी बदला ले सकते हैं?

सांपों का दिमाग ऐसा नहीं होता है, वे किसी भी घटना को याद रख सके। सांप किसी अन्य सांप की मौत का बदला नहीं लेते हैं। सांप अपनी जीभ बार-बार बाहर निकालते हैं और एक विशेष रसायन छोड़ते हैं। इसी रसायन की गंध की वजह से सांप एक-दूसरे से संवाद भी करते हैं। जब इंसान सांप को मारता है तो मरते समय सांप बहुत सारा रसायन एक साथ छोड़ देता है। जिसे सूंघते हुए उस क्षेत्र के सभी सांप उस जगह पर पहुंच जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति ने सांप को मारा है और उसका खून इंसान के कपड़ों पर लग गया है तो उस खून की गंध को सूंघते हुए दूसरे सांप उस व्यक्ति के पीछे लग सकते हैं।

सांप बीन की धुन पर क्यों नाचते हैं?

सांप बीन की धुन पर नहीं, बीन और सपेरे के मूवमेंट को फॉलो करता है। जैसे-जैसे सपेरा बीन लहराता है, सांप भी उसी दिशा में, उसी तरह हिलता है। हमें लगता है कि सांप नाच रहा है, लेकिन ये बात सही नहीं। सांप स्थिर चीजों को देखकर रिएक्ट नहीं करता है, लेकिन जैसे ही उसके सामने किसी चीज का एक्शन होता है, सांप तुरंत मूवमेंट करने लगता है।

क्या दो मुंह के सांप भी होते हैं?

कुछ सांप ऐसे होते हैं, जिनकी पूंछ कुछ मोटी होती है और वे आगे-पीछे से एक-जैसे दिखते हैं। लोग इन्हें ही दो मुंह के सांप मान लेते हैं।






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