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पंचायत चुनाव 2022:वंशवाद, कुलस्ते के भांजे; उमा की बहू और शाह के बेटे के सामने साख बचाने की चुनौती

पहले चरण में कई दिग्गजों के परिजनों को मिल चुकी है शिकस्त - Dainik Bhaskar

पहले चरण में कई दिग्गजों के परिजनों को मिल चुकी है शिकस्त

प्रदेश में परिवारवाद के फार्मूले को लेकर छिड़ी बहस के बीच पंचायत चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण में भी भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के बेटे-बहू और नजदीकी रिश्तेदार मैदान में हैं। मंत्रियों से लेकर पूर्व विधायक तक के बेटे-बहू और बहनें चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। चूंकि पहले चरण में कई दिग्गज नेताओं के रिश्तेदारों को करारी हार मिल चुकी है। लिहाजा, नेता अपनों के लिए राजनीतिक समीकरण बैठाने में लगे हैं।

उमा के भाई की बहू जिला पंचायत सदस्य की उम्मीदवार

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे और खरगापुर से भाजपा विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी उमीता सिंह ने जिला पंचायत के वार्ड नंबर 8 से नामांकन दाखिल किया है। वहीं गुना जिले के चाचौड़ा से पूर्व विधायक ममता मीणा और उनके रिटायर्ड आईपीएस पति रघुवीर सिंह मीणा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों पति-पत्नी प्रचार में जुटे हैं। मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहे रामनरेश यादव की पौत्रवधु रोशनी यादव निवाड़ी जिले के वार्ड छह से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं। वे भाजपा की जिला उपाध्यक्ष हैं।

इन नेताओं के रिश्तेदार चुनावी भंवर में...

  • मंडला जनपद पंचायत के वार्ड एक से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के भांजे प्रदीप पट्टा चुनाव मैदान में हैं।
  • खंडवा जिला पंचायत के वार्ड 14 से मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य चुनाव लड़ रहे हैं। शाह के सामने खड़े प्रत्याशी के खिलाफ गलत तरीके से प्रचार करने पर केस कराया गया है।
  • बड़वानी में जिला पंचायत सदस्य के लिए वार्ड 2 से मंत्री प्रेम सिंह के बेटे बलवंत लड़ रहे हैं। यहीं से पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य की बहू कविता विकास आर्य मैदान में हैं।
  • डिंडोरी में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे की पत्नी ज्योति कुमार धुर्वे जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं।
  • भिंड में पूर्व विधायक नरेंद्र कुशवाह की पत्नी मिथलेश जिपं सदस्य के लिए मैदान में हैं। उन्हें मंत्री अरविंद भदौरिया का ही समर्थन नहीं मिल रहा, जबकि कांग्रेस नेता हेमंत कटारे मदद कर रहे हैं।
  • बुरहानपुर में विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा की पत्नी जयश्री सिंह जिला पंचायत सदस्य के लिए लड़ रही हैं। हालांकि उनकी बेटी लयश्री और बहू अभिलाषा ठाकुर पहले चरण में हार चुकी हैं।
  • पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया की बहू ममता रानी दमोह जिले में सरपंच का चुनाव लड़ रही हैं।
  • भाजपा के पूर्व सांसद चंद्रभान सोलंकी की पत्नी जानकी, बेटी नीतू, बहू काजल कृष्णा सिंह भी जिपं सदस्य के लिए मैदान में हैं।

विधायकों की बहन और पत्नी भी चुनावी मैदान में

निवाड़ी जिले के भाजपा विधायक अनिल जैन की पत्नी रंजना जैन और टीकमगढ़ से भाजपा विधायक राकेश गिरी की बहन कामिनी और रानी जनपद सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं तो जतारा से भाजपा विधायक हरिशंकर खटीक के भतीजे अतुल खटीक भी जनपद सदस्य के लिए मैदान में उतरे हैं। रैगांव से विधायक रहे जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं।

कांग्रेस में इन नेताओं के के सामने है चुनौती

पानसेमल से कांग्रेस विधायक चंद्रभागा किराड़े के भतीजे संजय सरपंच का चुनाव लड़ रहे हैं। जुलवानिया जनपद वार्ड 13 से कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रियंका सौरभ सिंह दरबार और वार्ड 9 से सेंधवा से कांग्रेस के विधायक ग्यारसीलाल रावत के बेटे राकेश मैदान में हैं। कांग्रेस से विधानसभा चुनाव हारे रामकिशन पटेल भी सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं।

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