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श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन:जो व्यक्ति जितना मीठा बोलता है उससे बचकर रहना चाहिए-जया किशोरी

 

किसी भी मंत्र का जाप करो तो सांसारिक विषयों के संग से बिगड़ा हुआ व्यक्ति ईश्वर के ध्यान से सुधर सकता है। श्रीमद्भागवत के हर प्रसंग में श्री हरि के नाम स्मरण की महिमा का वर्णन है। जो भी महान भक्त हुए हैं वे प्रभु के नाम जप के कारण ही ईश्वर के प्रिय हुए हैं। मन को स्थिर करने के लिए प्रभु का नाम स्मरण करें।

इस युग में सबसे बड़ा और सबसे सरल मंत्र है हरे कृष्णा-हरे रामा। इस मंत्र का जाप महादेव भी करते हैं। यह नाम जब आपके मन की मलिनता को दूर कर सकता है। यह आध्यात्मिक विचार पुलिस ग्राउंड पर मां गंगा जन कल्याण समिति द्वारा हो रही श्रीमद्भागवत कथा में भागवताचार्या जया किशोरी ने भागवत प्रसंगों का वर्णन करते हुए कहें।

आपने जड़ भरत की कथा का चित्रण करते हुए कहा कि जो व्यक्ति जितना मीठा बोलता है उससे बचकर रहना चाहिए। अगर आप उससे भली-भांति जानते हो, उसके आचार और विचारों से परिचित हैं तो उसके मीठे बोल पर कभी भी मत आना। क्योंकि वह आपको कब बलि का बकरा बना लेगा पता भी नहीं चलेगा। कथा प्रतिदिन 4 से 7 बजे तक चल रही है जिसे सुनने के लिए प्रतिदिन कई लोग पहुंच रहे है।


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