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भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का तीखा बयान

राम नवमी व हनुमान जयंती पर पथराव व हिंसा के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विरोध के स्वर तीखे होते जा रहे हैं। बुधवार को उन्होंने मीडिया से कहा कि देश में जिस प्रकार से भारत की साख दुनिया में बढ़ी है। हाल में यूक्रेन और रशिया के बीच युद्ध हुआ जिस में भारत की भूमिका बड़ी सकारात्मक रही है। हमारे देश के प्रधानमंत्री सारे देशों के प्रधान से बात कर रहे हैं। युद्ध के दौरान रशिया और यूक्रेन में से 20 हजार लोगों को निकाला है। तिरंगे का मान प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व में बढ़ाया है। ऐसे लोग जो देश की साख को बनना पसंद नहीं कर रहे हैं और हमारे देश में ही रह रहे हैं व देश में हिंसा फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मोदीजी का विरोध कीजिए, डेमोक्रेसी में विरोध का अधिकार है पर आप देश का विरोध करेंगे? देश मे अस्थिरता से फैलाएंगे? सारे एक जैसे त्यौहारों के दौरान हिंसा हुई है। खरगोन, दिल्ली करौली की हिंसा एक जैसी है। रामनवमी व हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव हो रहा है। लोग हिंदू आतंकवाद की बात करते हैं। मैं आपके माध्यम से पूछना चाहता हूं कि देश के अंदर एक उदाहरण बताइए कि ताजिया का जुलूस निकला हो और किसी ने उन पर पथराव किया। हिंदुओं को बदनाम करना और देश की साख को दुनिया में बदनाम करना है यह एक बहुत बड़ा दुष्चक्र चल रहा है और इस प्रदेश की जनता को समझना होगा कि इसके पीछे कौन से चेहरे हैं?

दिग्विजयसिंह फुर्सत में हैं, उनको कोई काम नहीं है

दिग्विजयसिंह द्वारा किए जा रहे ट्वीट को लेकर उन्होंने कहा कि दिग्विजयसिंह फुर्सत में हैं, उनको कोई काम नहीं है। उनको केंद्र में कांग्रेस में व प्रदेश में कमलनाथ ने पूछ नही रहे हैं तो बैठे बैठे अपने टाइम पास के लिए ट्वीट करते रहते हैं।

उमा भारती पूरी तरह से शराबबंदी के पक्ष में भी नहीं है

उमा भारती के शराबबंदी को लेकर कहा कि मेरी उनसे बात हुई है। वह प्रदेश में पूरी तरह से शराबबंदी के पक्ष में भी नहीं है। उनका कहना है कि शराब की पॉलिसी ऐसी होना चाहिए कि शराब पीने वालों की संख्या कम हो बढ़े नहीं। पॉलिसी में यह भी हो कि शराब की बिक्री कम हो, लोग नशा कम करें। मैं उनकी इस बात का समर्थन करता हूं। इसके पूर्व विजयवर्गीय ने सामाजिक न्याय पखवाड़े के समापन पर पलासिया स्थित बाल गंगाधर तिलक की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

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