Header Ads Widget

Responsive Advertisement

इंदौर की बेटी ने किया नाम रौशन:ICSI 2021 में AIR फर्स्ट रैंक हासिल की, ऐसे करें तैयारी, श्रुति ने दिए टिप्स

इंदौर की बेटी ने इंस्टिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया (ICSI) ने शुक्रवार को एग्जाम का रिजल्ट जारी किया। एग्जाम में इंदौर के हाई लिंक सिटी में रहने वाली श्रुति नागर ने ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल की है। श्रुति का शुरू से नंबर रैंक हासिल करने का था। जिसे लेकर उन्होंने काफी मेहनत भी की और इस मेहनत का ही नतीजा है कि श्रुति यह मुकाम हासिल कर सकी।

इंदौर में करीब तीन से चार हजार स्टूडेंट्स इस एग्जाम में शामिल हुए थे। सीएस प्रोफेशनल 2021 एग्जाम में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल करने पर श्रुति के परिवार में खुशी का माहौल है। लगातार श्रुति और उनके परिवार के सदस्यों को रिश्तेदार और दोस्त बधाई दे रहे हैं।

श्रुति नागर ने हासिल की सफलता
श्रुति नागर ने हासिल की सफलता

शुरू से पहला आने का रखा लक्ष्य, 12 से 13 घंटे की तैयारी

श्रुति नागर बताती है कि उनका शुरू से एग्जाम में पहला आने का लक्ष्य था। इसी लक्ष्य को लेकर वह आगे बढ़ी। एग्जाम के लास्ट के तीन से चार महीनों में उन्होंने अपनी पढ़ाई पर ओर ज्यादा फोकस किया और सभी सब्जेक्ट को बराबर का समय देते हुए करीब 12 से 13 घंटे पढ़ाई की। एग्जाम के लिए तैयारी करते वक्त उन्होंने पहले ही दिन से पढ़ाई पर फोकस किया। एग्जाम में पहले आने के लिए उन्होंने शुरूआत के साथ माइंड सेट किया और पढ़ाई पर पूरा फोकस किया। उन्होंने बताया कि सभी सब्जेक्ट पर उन्होंने पूरा ध्यान दिया। किसी भी सब्जेक्टस पर ऐसा नहीं होना दिया कि वह फोकस नहीं किया हो।

परिवार ने प्रोवाइड कराया गाइडेंस

श्रुति बताती है कि इस लक्ष्य को हासिल करने में उनके परिवार ने पूरा सहयोग किया और पूरा गाइडेंस दिया। इसलिए इस सफलता के पीछे वह परिवार को और भगवान को इसका श्रेय देती है। श्रुति बताती है कि किसी भी सब्जेक्ट में दिक्कत आने पर और कोरोना की वजह से टीचर्स से ऑनलाइन मदद ली। श्रुति ने बताया कि उनके बड़े भाई यश नागर भी सीए है। उनका भी काफी सपोट मिला। सब्जेक्ट में कुछ प्रॉब्लम आने पर भाई की भी मदद ली।

चैप्टर वाइज बांटे सब्जेक्टतीन से चार बार किया रिविजन

श्रुति ने कहा कि उन्होंने 9 सब्जेक्ट की तैयारी के लिए काफी मेहनत की। उन्होंने सभी सब्जेक्ट के उनके चैप्टर वाइज बांटा और फिर सभी सब्जेक्ट के लिए समय निकाला। दिया। इसमें सिलेबस के हिसाब से सब्जेक्ट को टाइम दिया। इसके अलावा उन्होंने तीन से चार पर सब्जेक्ट्स का रिविजन किया। पहले रिविजन में 10 दिन का दूसरे रिविजन में 6 दिन का तो तीसरी रिविजन में 4 दिन का समय लगा। श्रुति फिलहाल श्री क्लाथ मार्केट कन्या वाणिज्य कॉलेज से बी.कॉम फाइनल की तैयारी कर रही है।

मां ने मिठाई खिलाकर बांटी खुशी
मां ने मिठाई खिलाकर बांटी खुशी

परिवार ने किया पूरा सपोर्ट
श्रुति की पिता हेमंत नागर कंपनी में मैनेजर है, जबकि मम्मी रत्ना नागर भी कॉलेज में प्रोफेसर है और भाई सीए है। मम्मी रत्ना ने बताया कि एग्जाम के पहले और एग्जाम के दौरान परिवार ने श्रुति का पूरा सपोर्ट किया। उसके दोपहर और रात के खाने से लेकर सभी जरूरत की चीजों का ध्यान परिवार ने रखा और परिवार ने में अच्छा माहौल बनाए रखा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ