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पवार – परमार समाज ने मनाई बसंत पंचमी और राजा भोज जयंती



 

इंदौर 06 फरवरी. पवार/परमार समाज ने बसंत पंचमी और राजा भोज जयंती के अवसर पर एक वेबिनार का आयोजन किया. इस अवसर पर मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में निवास कर रहे समाज के लोगों को एकजुट होकर चक्रवर्ती सम्राट राजा भोज की राजधानी रही धार को शिक्षा और कला का एक राष्ट्रीय स्तर का केंद्र बनाने का संकल्प लिया गया. साथ ही भोपाल का नाम भोजपाल करने और धार में विश्वविद्यालय खोलने की भी मांग की गई.

 कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये धार के श्रीमंत हेमेंद्रसिंह पवार ने कहा कि राजा भोज के विराट व्यक्तित्व और उनके द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों को चिरस्थायी बनाने के लिये धार को शिक्षा और कला के केंद्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है. उन्होने सुझाव दिया कि राजा भोज के व्यक्तित्व और कृतित्व पर वृत्तचित्रवेबसीरिज भी बनाई जानी चाहिये ताकि उनके उल्लेखनीय एतिहासिक कार्यों के बारे में आमजनों को जानकारी मिल सके. श्रीमंत पवार ने राजा भोज पर प्रकाशित किये जाने वाले शोध ग्रंथ की सराहना करते हुये कहा कि इस ग्रंथ से राजा भोज के बारे में अनेक अनछूई बातों के बारे में जानकारी मिल सकेगी.

इस अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. मानसिंह परमार ने कहा कि जो राजा भोज ने शास्त्रों के साथ शस्त्रों के भी ज्ञाता थे. उन्होने अपने शासनकाल में अखंड भारत का स्वरूप स्थापित किया था. राजा भोज का बहुआयामी व्यक्तित्व रहा है और उन्होने शिक्षासंगीतव्याकरणशिल्प के साथ पर्यावरणतालाबों का निर्माण के साथ मंदिरों के जीर्णोद्धार जैसे अभूतपूर्व कार्य किये हैं. डा. परमार ने बताया कि राजा भोज ने शासन चलाने के जो नीति निर्देशक तत्व सुनिश्चित किये थेउनकी झलक हमारे संविधान में भी देखने को मिलती है.

कार्यक्रम के अतिथि वक्ता राजा भोज कल्याण सेवा समितिरतलाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह पवार ने बताया कि समिति राजा भोज पर आधारित प्रामाणिक तथ्यों के आधार पर एक वृहद ग्रंथ का प्रकाशन कर रही है. यह ग्रंथ आगामी अप्रैल माह तक प्रकाशित हो जायेगा. उन्होनें राजा भोज से सम्बंधित अनेक अनछुये पहलुओं की भी विस्तार से जानकारी दी.

कार्यक्रम का शुभारम्भ श्रीमंत पवारडा. परमार और श्री नरेंद्र पवार ने देवी सरस्वती और देवी वागदेवी तथा राजा भोज के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित कर किया. कार्यक्रम का संचालन करते हुये मधुकर पवार ने बताया कि इस वर्ष 2021 के दौरान उत्कृष्ट कार्य के लिये राजा भोज सम्मान छत्तीसगढ़ के प्रह्लाद पवारलांजी बालाघाट के चित्रकांत कटरे  और छिंदवाड़ा के गुलाब पिंजारे को दिया जायेगा. कार्यक्रम के संयोजक श्री राम पवार ने बताया कि आगामी अप्रैल माह के दौरान से सम्मान प्रदान किये जायेंगे. राम ने कार्यक्रम में शामिल सभी बंधुओं का आभार माना. कार्यक्रम के आयोजन में सुमेर सिंह पवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही.  

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