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अफसरों की कैसी चतुराई:90 करोड़ मिले, फिर भी टीही की टनल को बना दिया नहर; 20 करोड़ बचाने जोड़ी थी टनल, अब तीन गुना ज्यादा होगा खर्च

 

फोटो|ओपी सोनी। महीनों से पानी में डूबी हुई टीही पर रेलवे की टनल, सालभर से कोई काम नहीं हुआ। - Dainik Bhaskar
फोटो|ओपी सोनी। महीनों से पानी में डूबी हुई टीही पर रेलवे की टनल, सालभर से कोई काम नहीं हुआ।

मंगलवार को नया केंद्रीय बजट आ जाएगा, लेकिन पिछले बजट में इंदौर-दाहोद रेल लाइन के लिए राशि मंजूर होने के बाद भी रेलवे ने उसकी सुध ही नहीं ली। टीही के पास बन रही तीन किमी की टनल का काम बीच में ही छोड़ दिया। पिछले बजट में प्रोजेक्ट को 20 करोड़ रुपए मिले, बाद में 70 करोड़ रुपए अतिरिक्त आए। इसके बाद भी काम शुरू नहीं किया गया, जबकि उस पर 90 करोड़ पहले ही खर्च हो चुके हैं।

अधूरी टनल में महीनों से पानी भरा हुआ है। हद यह है कि रेलवे के मुख्य प्रोजेक्ट में टनल कहीं थी ही नहीं। जमीन अधिग्रहण में लगने वाले 60-65 करोड़ का खर्च कम करने के लिए अफसरों ने 40 करोड़ में टनल बनाने का प्रस्ताव किया, ताकि 20 करोड़ बचाए जा सकें। हुआ इसका ठीक उलटा टनल का प्रस्ताव ही 170 करोड़ का बना और एक-डेढ़ साल से हो रही दुर्दशा के कारण एक्सपर्ट को अंदेशा है कि लागत में अब 25% का इजाफा होगा। अब यह 200 करोड़ में पड़ेगी। यानी 20 करोड़ बचाने के लिए बनाई गई टनल पर जमीन अधिग्रहण में लगने वाली 60 करोड़ की राशि से तीन गुना खर्च करना होगा।

टनल धंसने का खतरा है

रेलवे पैसेंजर एमीनिटीज कमेटी के पूर्व सदस्य नागेश नामजोशी के अनुसार रेलवे अधिकारियों ने प्रोजेक्ट के साथ बड़ा मजाक किया। टनल के अंदर कांक्रीट नहीं किया गया है, सिर्फ सरिये लगाकर छोड़ दिए गए हैं। इसके धंसने का खतरा है। अब रिपेयरिंग में काफी समय लगेगा। अतिरिक्त राशि भी खर्च होगी।

  • 204.76 किमी लंबी नई लाइन बिछाना है
  • 640 करोड़ प्रोजेक्ट मंजूरी के समय लागत
  • 2008 में स्वीकृत हुआ था यह प्रोजेक्ट

वर्तमान स्थिति- इंदौर से महज 22 किमी और दाहोद से कटवाड़ा के बीच 15 किमी, यानी 37 किमी में काम हुआ, वह भी अधूरा।

बोर्ड के आदेश पर ही टेंडर शॉर्ट टर्मिनेट किया था, पानी से टनल को खतरा नहीं

रेलवे डीआरएम विनीत गुप्ता का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जल्द ही इसके टेंडर होंगे। रेलवे बोर्ड ने मई-2020 में प्रोजेक्ट को होल्ड कर काम शार्ट टर्मिनेट करने के आदेश दिए थे। इसके बाद से काम बंद है। पानी तब से ही भरा है, हमने परीक्षण करवाया था, टनल को कोई खतरा नहीं है। प्रोजेक्ट की लागत ज्यादा नहीं बढ़ेगी। काॅन्ट्रेक्ट होने के बाद इसमें तेजी से काम होगा।

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