जिले में 15 से 17 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन में आ रही कमी पर अब जिला प्रशासन सख्ती करने जा रहा है। सबसे पहले टारगेट पर वे स्कूल संचालक होंगे, जहां तय संख्या से कम बच्चों का टीकाकरण होगा। यदि इसमें स्कूल संचालकों की लापरवाही मिली तो उनके ऑफिस सील किए जाएंगे। इसी तरह 15 से 17 साल के किशोर किसी संस्थान में काम करते मिले और उनका टीकाकरण नहीं हुआ होगा तो संबंधित संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसी सख्ती के आदेश कलेक्टर मनीष सिंह ने शुक्रवार को दिए।
जिले में शुक्रवार को मात्र 1051 बच्चों को ही टीका लगाया गया। उधर रवींद्र नाट्यगृह में जिला आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ सरकारी व निजी स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक हुई। इसमें स्कूलों से छूटे हुए बच्चों तथा शाला त्यागी बच्चों पर विशेष ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया। इसमें सांसद शंकर लालवानी, डॉ. निशांत, शहर काजी, निगमायुक्त प्रतिभा पाल, सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या और डीईओ मंगेश व्यास मौजूद थे।
0 टिप्पणियाँ