तिल चतुर्थी पर शुक्रवार को मंदिरों में भगवान गणेश का आकर्षक शृंगार व अभिषेक किया गया। संतान की सुख-समृद्धि के लिए महिलाओं ने व्रत रखा। खजराना गणेश मंदिर में सुबह मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर मनीषसिंह, मंदिर प्रशासक प्रतिभा पाल एवं प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों ने ध्वजा पूजन कर चतुर्थी महोत्सव का शुभारंभ किया।
मंदिर में एक लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए। भक्त मंडल के अरविंद बागड़ी ने बताया महाकाल की तर्ज पर दर्शन व्यवस्था की गई। शाम को श्रीधर झरकर छोटे पागल बाबा की भजन संध्या हुई। शनिवार को खजराना गणेश को गोंद के 11 हजार लड्डू समर्पित किए जाएंगे। शाम को जेयू महाराज की भजन संध्या होगी। रविवार को अजवाइन के लड्डुओं का भोग लगेगा।
सिलावटपुरा- राजमहल में विराजित गणेशजी ने दिए भक्तों को दर्शन
सिलावटपुरा स्थित श्री तेजेश्वर चिंतामन गणपति मंदिर में भी दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। भव्य राजमहल में विराजित भगवान गणेश भक्तों के आकर्षण का केंद्र थे। सुबह भगवान को 11 हजार बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। शाम को 56 भोग के दर्शन के बाद महाआरती हुई। रात 8 बजे खाटू श्याम का कीर्तन व भजन संध्या का आयोजन किया गया। इसी के साथ अन्य मंदिरों में पूजन व शृंगार किया गया।
विशेष शृंगार व पूजन किया
बड़ा गणपति मंदिर में भगवान का विशेष शृंगार व पूजन किया गया। दिनभर भक्त दर्शन के लिए आते रहे। लगभग 10 हजार दर्शनार्थियों ने दर्शन किए। भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा कर तिल-गुड़ के लड्डुओं का भोग लगाया गया। पुजारी धनैश्वर दाधीच ने बताया मंदिर में चलित दर्शन की व्यवस्था की गई।
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