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छात्रा की मौत पर इंदौर पुलिस की मासूमियत:जैसे पैर फिसलने से लोग गिरते हैं, बाइक स्लिप हुई और छात्रा की जान चली गई

 

रिंग रोड पर इस गड्‌ढे ने ली थी जान। - Dainik Bhaskar
रिंग रोड पर इस गड्‌ढे ने ली थी जान।
  • कहा- हादसे में किसी का दोष नहीं

रिंग रोड पर गड्ढे के कारण हुई छात्रा की मौत में भंवरकुआं पुलिस ने आखिरकार बिना जांच बीच का रास्ता निकाल लिया। किसी को भी दोषी नहीं माना। पुलिस ने तर्क दिया है कि जैसे बारिश में पैर फिसलने से लोग गिरते हैं वैसे ही बाइक स्लिप हुई और गिरने से छात्रा की जान चली गई। यह गड्ढा न तो निगम ने खोदा था और न ही बाइक चला रहे छात्रा के भाई राहुल की लापरवाही है।

बारिश में स्वतः ही गड्ढे हो गए थे। अंधेरा होने और बारिश का पानी भरने के कारण हादसा हुआ है। गौरतलब है कि पिछले साल 25 सितंबर को छात्रा सरिता रणदा की मौत हुई थी। वह मुंह बोले भाई राहुल के साथ खाना खाकर घर लौट रही थी, तभी हादसा हुआ था।

घटना के अगले दिन निगम को दोषी माना था

घटना के अगले दिन पुलिस ने तर्क दिया था कि वे मौके पर जाकर जांच करेंगे। पता करेंगे कि निगम की कितनी गलती है, क्योंकि गड्ढा काफी बड़ा था। वहां लाइट की उचित व्यस्था नहीं थी। तब पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर निगम के अफसरों को दोषी माना था, लेकिन इसे रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया था।

10 दिन बाद ही भाई को दोषी मान लिया था

घटना के 10 दिन बाद पुलिस ने अपनी जांच में एक्टिवा चला रहे भाई राहुल को दोषी मान लिया। टीआई सहित अफसरों का तर्क था कि आरोपी तो राहुल बनेगा, क्योंकि उसे अपनी गाड़ी ठीक से चलाना थी। नियम कहता है कि सड़क पर चाहे कितने भी गड्ढे हो, लेकिन वाहन चालक को गाड़ी संभलकर चलाना होगी।

कोई दोषी नहीं है, इसलिए काट दिया खात्मा : टीआई

जो गड्ढा हुआ है वह प्राकृतिक आपदा का है। राहुल भी दोषी नहीं है, क्योंकि पानी भरने से गड्ढा नहीं दिखता है। जैसे बारिश में लोग स्लिप होते हैं वैसे ही यह हादसा हुआ है, इसलिए हमने इस केस का खात्मा कर दिया है। - संतोष दूधी, टीआई, भंवरकुआं थाना

यह था मामला- घटना 25 सितंबर 2021 की है। रिंग रोड पर गड्ढे ज्यादा बढ़ गए थे। बाइक चला रहे छात्र राहुल का संतुलन बिगड़ा। एक्टिवा गड्ढे के कारण स्लिप होकर गिर गई। सरिता सिर के बल गिरी और गंभीर चोट लगने से मौत हो गई।

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