पिछले चार दिनों से भले ही कोरोना पॉजिटिव की संख्या में कुछ कमी आई हो लेकिन मौतों का सिलसिला थमा नहीं है। बुधवार को फिर 2278 कोरोना के नए कोरोना पेशेंट्स आए हैं जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इनके सहित केवल 6 दिनों में 16 लोगों की मौत हो चुकी है। यानी हर दिन औसतन 2 से 3 मौतें हो रही हैं। खास बात यह कि इनमें अब 50 वर्ष से कम उम्र के भी हैं। विभाग का कहना है कि सीधे तौर पर किसी की कोरोना से मौत नहीं हुई है उन्हें अन्य गंभीर बीमारियां भी थे।
बुधवार को रात वाली बात यह रही कि 3005 पेशेंट्स डिस्चार्ज भी किया गया है और अब अब एक्टिव केसों की संख्या 19141 है। इनमें से करीब 200 पेशेंट्स विभिन्न अस्पतालों में एडमिट हैं। इनमें से कुछ सरकारी MRTB, बॉम्बे हॉस्पिटल, अरबिंदो व अन्य प्राइवेट अस्पतालों में एडमिट हैं। उधर, कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों व संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि अपने यहां काम करने वाले सभी हेल्थ केयर वर्कर्स व फ्रंट लाइन वर्कर्स का बूस्टर डोज सुनिश्चित करें। जिन लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगाए हैं उनका वेतन रोका जाएं। बच्चों के वैक्सीनेशन में भी स्कूलों की चेतावनी दी है कि अगर एक भी बच्चा बिना वैक्सीन के पाया गया तो स्कूल का एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस सील किया जाएगा।
21 दिनों में मौतों का ग्राफ
तारीख मौतें
21 जनवरी 3
22 जनवरी 2
23 जनवरी 4
24 जनवरी 3
25 जनवरी 2
26 जनवरी 2
कुल 16 मौतें
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